प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बुधवार को किए गए मंत्रिपरिषद विस्तार में भारतीय प्रशासनिक सेवा के दो पूर्व अधिकारियों को केंद्रीय कैबिनेट में शामिल किया गया है. अश्विनी वैष्णव और राम चंद्र प्रसाद को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई. बुधवार को कुल 43 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई जिसमें से 15 कैबिनेट और 28 राज्यमंत्री हैं.
भाजपा नेता अश्विनी वैष्णव (50) का जन्म राजस्थान के जोधपुर में हुआ था और वह ओडिशा कैडर के पूर्व आईएएस अधिकारी हैं. उन्हें 28 जून 2019 में होने वाले राज्यसभा चुनाव से मात्र छह दिन पहले भारतीय जनता पार्टी में शामिल किया गया था. आईएएस अधिकारी के रूप में वैष्णव, बालासोर और कटक जिले में मजिस्ट्रेट और कलेक्टर का पदभार संभाल चुके हैं. उनकी प्रशासनिक क्षमता उस समय निखर कर सामने आई थी जब 1999 में आए चक्रवात में कम से कम 10 हजार लोगों की मौत हो गई थी. वैष्णव ने ओडिशा में 2003 तक काम किया जिसके बाद उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यालय में उप सचिव के रूप में नियुक्त किया गया था.
नौकरशाह से नेता बने राम चंद्र प्रसाद सिंह बिहार के नालंदा जिले से आते हैं. वह 1990 के दशक में तत्कालीन समता पार्टी नेता और रेलवे मंत्री नितीश कुमार के चहेते बन गए थे जब उन्हें केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया था. सिंह की क्षमता से प्रभावित होकर कुमार ने मुख्यमंत्री बनने पर उन्हें उत्तर प्रदेश कैडर से लाकर अपना प्रधान सचिव बनाया था.