बांग्लादेश में जब से शेख हसीना की सत्ता गई है, तब से वहां माहौल काफी खराब है. कई लोग देश छोड़कर पड़ोसी देशों में अवैध तरीके से घुस रहे हैं. भारत में बांग्लादेशियों की घुसपैठ की कोशिश सबसे ज्यादा हो रही है. असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व सरमा ने मंगलवार को बताया कि श्रीभूमि जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ कर रहे दो बांग्लादेशियों को पकड़ा गया और उन्हें वापस उनके देश भेज दिया गया.
असम के मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘अवैध घुसपैठ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई. भारत-बांग्लादेश सीमा पर अपनी कड़ी निगरानी जारी रखते हुए श्रीभूमि पुलिस ने बांग्लादेश के दो नागरिकों को पकड़ा और उन्हें वापस खदेड़ दिया.'
असम के श्रीभूमि, कछार, धुबरी और दक्षिण सलमारा-मनकाचर जिले बांग्लादेश के साथ 267.5 किलोमीटर तक अंतरराष्ट्रीय सीमा साझा करते हैं. हिमंत विश्व सरमा ने ने बताया कि विदेशी नागरिकों की पहचान इरफान खान और नूरुल अफसर के रूप में हुई है. श्रीभूमि के सुतारकंडी में एक एकीकृत चौकी (आईसीपी) है, पूर्वोत्तर में भारत-बांग्लादेश सीमा पर कुल तीन आईसीपी हैं और दो अन्य मेघालय के दावकी तथा त्रिपुरा के अखौरा में हैं. इस क्षेत्र में भारत-भूटान सीमा पर असम के दर्रांगा में एक और आईसीपी है.
असम पुलिस ने पहले कहा था कि पिछले वर्ष बांग्लादेश में राजनीतिक उथल-पुथल के बाद पड़ोसी देश से गैर भारतीय नागरिकों के यहां प्रवेश करने के किसी भी प्रयास को रोकने के मकसद से राज्य बल और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) हर संभव प्रयास कर रहा है. हालांकि, पासपोर्ट धारक सभी भारतीयों को संकटग्रस्त बांग्लादेश से राज्य के प्रवेश मार्गों के माध्यम से लौटने की अनुमति होगी.