भिवानी की टीचर मनीषा डेथ मिस्ट्री में बड़ा ट्विस्ट... पिता बोले, सीबीआई ने बताया मर्डर, सुसाइड नहीं 

मनीषा 11 अगस्त को घर से प्ले वे स्कूल पढ़ाने निकली. वह करीब एक महीने से इस स्कूल में पढ़ा रही थी.मनीषा आडियल नर्सिंग कॉलेज की बस से गांव लौटती थी लेकिन उस दिन नहीं लौटी.

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  • हरियाणा पुलिस ने मनीषा की मौत को आत्महत्या बताया था, लेकिन सीबीआई अब इसे हत्या मान रही है.
  • मनीषा के पिता के अनुसार सीबीआई ने पोस्टमॉर्टम और फोरेंसिक रिपोर्ट को हत्या का बड़ा सबूत बताया है.
  • सीबीआई ने मनीषा के परिवार और आसपास के गवाहों से लंबी पूछताछ कर मामले की तहकीकात की है.
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नई दिल्‍ली:

भिवानी की 19 वर्षीय टीचर मनीषा की मौत के मामले में एक बड़ा मोड़ आया है. हरियाणा पुलिस इसे आत्महत्या का मामला बताती रही जबकि सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (सीबीआई) की जांच के बाद अब केस हत्या की ओर बढ़ रहा है. मनीषा के पिता संजय कुमार ने दावा किया कि सीबीआई के अधिकारियों ने उन्हें बताया है कि यह हत्या है. हालांकि, उन्होंने यह खुलासा नहीं किया कि हत्या किसने की और इसका मकसद क्या था.  

हत्‍या और आत्‍महत्‍या में उलझी गुत्‍थी 

संजय के मुताबिक सीबीआई टीम ने उन्हें यह भी बताया कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्‍स) में मनीषा के शव का पोस्टमॉर्टम और फोरेंसिक रिपोर्ट एक बड़ा सबूत है. हालांकि, मनीषा के पिता के इन दावों पर कोई पुष्टि नहीं हुई है. अभी तक की जांच में सीबीआई की ओर से कुछ भी सार्वजनिक नहीं किया गया है और मीडिया से भी दूरी बनाकर रखी गई है. 11 अगस्त को लापता हुई ढाणी लक्ष्मण निवासी मनीषा का शव 13 अगस्त को सिंघानी गांव के खेतों में मिला था. तभी से यह मामला हत्या और आत्महत्या के बीच उलझा हुआ है. 

मनीषा के पिता संजय ने कहा कि सीबीआई की जांच खुलासे के लगभग नजदीक पहुंच गई है. हम उम्मीद करते हैं कि अब जल्दी ही खुलासा करेंगे क्योंकि उनके पास सारे सबूत चले गए हैं. हमारे परिवार से व आसपास के गवाहों से अच्छी तरीके से पूछताछ की गई है. मामला मर्डर का है. सीबीआई को भी पता है कि हमारी लडक़ी का मर्डर हुआ है और वे तहकीकात भी मर्डर के ऊपर ही कर रहे हैं. 

सीबीआई ने की घंटों पूछताछ 

संजय ने बताया उनका  शक तो शुरू से ही आइडियल नर्सिंग कॉलेज पर ही है. गुड़‍िया से हमारी पहले व उस दिन भी बात हुई थी. मैंने खुद ही कहा था कि वहां जाकर दाखिले का फॉर्म लेकर आना. वहां बीएससी नर्सिंग के लिए क्या फीस है और क्या कुछ है. उन्होंने कहा कि यह भी शक रहता है कि परिवार का तो कहीं हाथ नहीं है, लेकिन सीबीआई को ऐसा कुछ नहीं लगा. जब भी सीबीआई आई तो कभी डेढ़ घंटा तो कभी 2 घंटे पूछताछ की. परिवार के सभी सदस्यों से इकट्ठा ही पूछताछ की है. एक बार पुरुषों से और महिला स्टाफ ने महिलाओं से पूछताछ की. 

संजय ने कहा कि सीबीआई ने आश्वासन दिया है कि हम इसका जल्दी ही हल निकालेंगे. भिवानी वाली पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट, रोहतक पीजीआई की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से अलग थी. रोहतक में तो इन्होंने सुसाइड बताया था. एम्स की रिपोर्ट ने इसे खारिज किया है. संजय कुमार ने कहा कि सीबीआई के शक की सुई अभी भी नर्सिंग कॉलेज के इर्द-गिर्द घूम रही है. इसी लिहाज से जांच भी चल रही है. मनीषा का मोबाइल अभी तक नहीं मिला है. संजय ने आरोप लगाया कि मनीषा की हत्या में राजनीतिक हाथ है. क्योंकि बिना राजनीतिक हस्तक्षेप के इस तरह मामले को मोड़ा नहीं जा सकता और ना ही पूरे प्रशासन को अपने दबाव में लिया जा सके. 

क्‍या हुआ था उस दिन 

गौरतलब है कि मनीषा 11 अगस्त को घर से प्ले वे स्कूल पढ़ाने निकली. वह करीब एक महीने से इस स्कूल में पढ़ा रही थी. रोजाना दोपहर डेढ़ बजे छुट्टी होती थी उस दिन करीब आधा घंटे देरी से स्कूल से निकली. मनीषा आडियल नर्सिंग कॉलेज की बस से गांव लौटती थी लेकिन उस दिन नहीं लौटी. मनीषा घर नहीं लौटी तो परिवार ने ढूंढना शुरू किया. परिवार पुलिस के पास गया तो जवाब मिला कि भाग गई होगी. फिर 12 अगस्त को लापता का केस दर्ज किया. पुलिस आइडियल नर्सिंग कॉलेज भी गई क्योंकि घर से निकलते वक्त मनीषा कहकर गई थी कि कॉलेज में दाखिले के बारे में पता करने जाएगी. 13 अगस्त को मनीषा की सिंघानी गांव में लाश मिली. 

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