- तमिलनाडु के करूर में विजय की रैली में भगदड़ से 41 लोगों की मौत और 60 लोग घायल हुए थे.
- इस मामले में TVK के जिला सचिव मथियाझागन को हत्या और जन सुरक्षा खतरे के आरोप में गिरफ्तार किया गया.
- FIR में TVK के अन्य पदाधिकारियों के नाम भी शामिल हैं, लेकिन विजय का नाम शामिल नहीं किया गया है.
तमिलनाडु के करूर में अभिनेता से नेता बने विजय थलपति की रैली में भगदड़ के मामले में उनकी पार्टी के एक नेता को गिरफ्तार किया गया है. एक्टर विजय की पार्टी तमिलगा वेत्री कझगम (TVK) के जिला सचिव मथियाझागन को सोमवार को गिरफ्तार किया गया है. इस रैली में 41 लोगों की मौत हो गई थी और 60 लोग घायल हो गए थे. मथियाझगन को हत्या, गैर इरादतन हत्या और जन सुरक्षा को खतरे में डालने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
इस मामले में दर्ज एफआईआर में नामजद टीवीके के अन्य पदाधिकारियों में राज्य महासचिव बुस्सी एन आनंद और राज्य संयुक्त सचिव सीटीआर निर्मल कुमार का नाम भी शामिल है, लेकिन विजय का नाम उनमें शामिल नहीं है.
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवारों को 10 लाख रुपए और घायलों को 1 लाख रुपए का मुआवजे की घोषणा की। सांसद कनिमोझी करुणानिधि और करूर विधायक सेंथिल बालाजी ने पीड़ितों के परिवारों से मुलाकात की और उन्हें 10-10 लाख के चेक सौंपे.
FIR में विजय पर जानबूझकर देरी से आने का आरोप
एफआईआर में कहा गया है कि विजय जानबूझकर कार्यक्रम स्थल पर लगभग चार घंटे देरी से पहुंचे, जिससे भीड़ बढ़ी. जिससे वहां मौजूद लोगों में बेचैनी फैली. यह स्थिति तब और बढ़ गई जब वे कार्यक्रम स्थल वेलुसामीपुरम पहुंचने के बाद भी अपने प्रचार वाहन के अंदर काफी देर तक बैठे रहे.
यह भी दावा किया जा रहा है कि विजय ने वेलुसामीपुरम पहुंचने से पहले बिना अनुमति के रोड शो किया और उनकी गाड़ी भीड़ के बीच रुक गई. एफआईआर में यह भी कहा गया है कि पार्टी पदाधिकारियों ने अपने कार्यकर्ताओं को नियंत्रित नहीं किया और न ही भीड़भाड़ के खिलाफ पुलिस की चेतावनियों पर ध्यान दिया।