तो खत्‍म होगी अमेरिका-भारत के बीच टेंशन... ट्रंप-पीएम मोदी के बयानों से कपड़ा उद्योग की उम्‍मीदें जगीं 

भारत हर साल 16 अरब अमेरिकी डॉलर की कीमत के गारमेंट्स को एक्‍सपोर्ट करता है. इसमें से 5.5 अरब अमेरिकी डॉलर अमेरिका को निर्यात किए जाते हैं.

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  • अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और पीएम मोदी के बयानों से अमेरिकी बाजार में कपड़ा निर्यातकों में आशा की किरण उभरी है.
  • भारतीय कपड़ा निर्यातकों के करीब बीस प्रतिशत ऑर्डर बांग्लादेश, वियतनाम और कंबोडिया जैसे देशों को चले गए हैं.
  • पीएम मोदी ने ट्रंप की भावनाओं की सराहना करते हुए द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाए रखने का समर्थन किया.
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नई दिल्‍ली:

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयानों से अमेरिकी बाजार में कपड़े और दूसरे टेक्‍सटाइल आइटम्‍स एक्सपोर्ट करने वाले निर्यातकों में उम्मीद की एक नई किरण जगी है कि शायद टैरिफ विवाद सुलझ सकता है. गौरतलब है कि ट्रंप ने व्हाइट हाउस में एक मीडिया कॉन्‍फ्रेंस में कहा कि वह हमेशा 'मोदी के दोस्‍त' रहेंगे, लेकिन मोदी इस समय जो कर रहे हैं, वह उन्हें पसंद नहीं आया. इस पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी प्रतिक्रिया दी. उन्‍होंने कहा, 'हम राष्‍ट्रपति ट्रंप की भावनाओं और हमारे संबंधों को लेकर उनकी सकारात्मक राय की सराहना करते हैं और उसका पूरी तरह से समर्थन करते हैं.'  

हो चुका है बड़ा नुकसान 

एपेरल एक्‍सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (APEC) के नॉर्दर्न चैप्‍टर के अध्यक्ष ललित ठुकराल और टेक्सटाइल एक्सपोर्टर अनुराग कपूर ने एनडीटीवी से कहा, ' मूलभूत टेक्‍सटाइल आइटम का  करीब 20 फीसदी एक्सपोर्ट ऑर्डर जो भारतीय एक्सपोर्टर्स के पास आता था,  वह अब दूसरे देशों के पास जा चुका है जहां टैरिफ कम लगाए गए हैं जैसे बांग्लादेश, वियतनाम, कंबोडिया और पाकिस्तान.' उन्‍होंने आगे कहा, 'ऐसे में राष्‍ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी के बयानों से आज एक आशा की किरण काफी दिनों के बाद दिखाई दी है. अब तक काफी ज्यादा बादल भारत-अमेरिका संबंधों पर मंडरा रहे थे ... लेकिन आज आसमान कुछ खुला है.' उनकी मानें तो  प्रधानमंत्री मोदी के बयान से लगता है कि इस मुद्दे को सुलझाने की कोशिश आगे बढ़ी है.  

अगले महीने आएगी गुड न्‍यूज 

कपूर के मुताबिक टेक्सटाइल एक्सपोर्टर बजट टेक्सटाइल आइटम्स का एक्सपोर्ट करते थे उन पर सबसे ज्यादा असर पड़ा है. उन्‍होंने उम्मीद जताई है कि अगले महीने तक टैरिफ को लेकर जो विवाद है वह खत्म हो जाएगा. साथ ही प्रस्तावित भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्‍यापार समझौते पर भी बातचीत तेजी से आगे बढ़ेगी. उनका मानना है कि द्विपक्षीय व्‍यापार समझौता होने से टैरिफ के मोर्चे पर जो टेंशन दोनों देशों के बीच है, वह अपने आप ही कम हो जाएगी. 

अमेरिका है एक बड़ा बाजार 

भारत हर साल 16 अरब अमेरिकी डॉलर की कीमत के गारमेंट्स को एक्‍सपोर्ट करता है. इसमें से 5.5 अरब अमेरिकी डॉलर अमेरिका को निर्यात किए जाते हैं. पिछले दो हफ्तों में वियतनाम, बांग्लादेश, कंबोडिया आदि जैसे प्रतिस्पर्धी देशों के हाथों बुनियादी कपड़ा वस्तुओं के 20 फीसदी ऑर्डर गंवा दिए गए हैं. ट्रंप और पीएम मोदी के बयानों से कपड़ा निर्यातकों के बीच उम्मीद की किरण जगा दी है कि आने वाले दिनों में टैरिफ के बादल छंट जाएंगे. 

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