पश्चिम बंगाल के मंदिर परिसर के कथित अनादर को लेकर तृणमूल और बीजेपी आमने-सामने

पश्चिम बंगाल के मंदिर परिसर के कथित अनादर को लेकर तृणमूल और बीजेपी आमने-सामने आ गए हैं. तृणमूल का कहना है कि भाजपा सांसद की सुरक्षा में तैनात सुर‍क्षाकर्मी जूते पहनकर मंदिर में पहुंचा. वहीं भाजपा सांसद ने तृणमूल सरकार पर पलटवार किया है.

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भाजपा सांसद शांतनु ठाकुर मटुआ समुदाय के नेता भी हैं

पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी चुनावी रूप से महत्वपूर्ण मटुआ समुदाय के ठाकुरबाड़ी मंदिर के कथित अपमान को लेकर एक-दूसरे पर हमला कर रहे हैं. तृणमूल का आरोप है कि बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री शांतनु ठाकुर से जुड़े सुरक्षाकर्मियों ने परिसर में जूते पहनकर प्रवेश किया और महिलाओं के साथ मारपीट की. टीएमसी के वरिष्ठ नेता और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने आरोप लगाया कि उन्होंने (भाजपा) राजनीति के नाम पर ठाकुरबाड़ी की पवित्रता का अनादर किया है. भाजपा सांसद शांतनु ठाकुर ने ममता बनर्जी सरकार पर पलटवार करते हुए कहा है कि गुंडों को खुद हमले की निंदा करते हुए देखकर हैरान हूं.

अभिषेक बनर्जी ने इसकी 'शक्ति के शर्मनाक प्रदर्शन' के रूप में निंदा की. उन्‍होंने ट्वीट किया, "मैं सीआईएसएफ के साथ ठाकुरबाड़ी मंदिर में घुसने, जूते पहनकर परिसर का अनादर करने और महिला भक्तों पर शारीरिक हमला करने के भाजपा के अपमानजनक कृत्य की कड़ी निंदा करता हूं. उन्होंने राजनीति के नाम पर ठाकुरबाड़ी की पवित्रता को अपमानित किया है. शक्ति का शर्मनाक प्रदर्शन!" 

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टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने आरोप लगाया, "जो महिलाएं पूजा करने के लिए ठाकुरबाड़ी मंदिर में एकत्रित हुई थीं, वे आगे आई हैं. वे कह रही हैं कि यह केंद्रीय बल था, और भाजपा सांसद के आदेश पर, उन्‍होंने ऐसा किया. सीआईएसएफ ने मंदिर परिसर में महिलाओं के साथ मारपीट की. उनके जेवर छीन लिए और असंसदीय भाषा का प्रयोग करते हुए धार्मिक भावनाओं और बुनियादी शालीनता के प्रति पूरी तरह से असम्मानजनक व्‍यवहार किया. यह पवित्र तीर्थस्थल का घोर अपमान, महिलाओं के सम्मान का घोर उल्लंघन और शांतिप्रिय मटुआ समुदाय के मुंह पर तमाचा है."

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मंदिर में कथित हंगामे की तस्वीरें साझा करते हुए तृणमूल कांग्रेस ने ट्विटर पर कहा, "जब बीजेपी बंगाल की नफरत और हिंसा की राजनीति की बात आती है, तो महिलाओं को भी नहीं बख्शा जाता है. हमारी कार्यकर्ता इला बागची पर ठाकुरनगर ठाकुरबाड़ी में बीजेपी के गुंडों ने बेरहमी से हमला किया. शांतनु ठाकुर, क्या पीएम नरेंद्र मोदी ने आपको यही करने का निर्देश दिया है?"

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केंद्रीय बंदरगाह और जहाजरानी राज्य मंत्री और भाजपा सांसद शांतनु ठाकुर, जो एक शक्तिशाली मटुआ समुदाय के नेता भी हैं, उन्‍होंने कहा, "गुंडों को खुद हमले की निंदा करते हुए देखकर हैरान हूं. ऑल इंडिया मटुआ महासंघ के संघधिपति के रूप में, मैं ममता बनर्जी के प्रति अपनी निराशा व्यक्त करता हूं. पश्चिम बंगाल में सरकार ने धार्मिक स्वतंत्रता को किनारे कर दिया गया है और मटुआ समुदाय को कायरतापूर्ण निशाना बनाया जा रहा है. मटुआ समुदाय और उसके भक्त भली भांति जानते हैं कि विफल मुख्यमंत्री और तथाकथित युवा नेता अभिषेक कितना इस समुदाय का कितना सम्मान करते हैं. मुख्‍यमंत्री स्वयं श्री श्री हरिचंद ठाकुर जी और श्री श्री गुरुचंद ठाकुर जी के नामों का जानबूझकर गलत उच्चारण करके मटुआओं का अनादर करने का प्रयास लगातार करती रही हैं.

भाजपा सांसद ने कहा, "आज का हमला मटुआ समुदाय के लिए सीएम की नफरत का एक और उदाहरण है. ये उनके असली पक्ष को भी उजागर करता है.  ठाकुरबाड़ी में लगभग 5000 पुलिस कर्मियों की तैनाती केवल गुंडों को बचाने के लिए की गई है, न कि मंदिर में आने वाले भक्तों की सुरक्षा के लिए. पूरा मटुआ समुदाय एक मांग करता है कि सीएम ममता बनर्जी बिना शर्त माफी मांगेंग, क्योंकि इस घटना ने अपमान के उच्चतम स्तर को पार कर लिया है. घायलों, जिनमें ज्यादातर महिलाएं शामिल हैं, को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि सीएम और उनके सहयोगी मामले का राजनीतिकरण करने में व्यस्त हैं, जो राज्य सरकार का एक सामान्य कार्य बन गया है. यह केवल नफरत, लापरवाही और इस शांतिप्रिय राज्य पश्चिम बंगाल में हिंसा को बढ़ावा देने का प्रतीक है." 

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