BJP नेता केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो (Babul supriyo) BJP के उन 5 विधायकों में से एक हैं, जो पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के मैदान में उतरे हैं. सुप्रियो ने सोमवार को कोलकाता के टॉलीगंज (Tollygunge) विधानसभा सीट से नामांकन भरा.
बाबुल सुप्रियो खुद ड्रम और ढोल बजाते हुए पत्नी और पुत्री के साथ नामांकन केंद्र तक पहुंचे. तृणमल कांग्रेस के समर्थकों का एक समूह वहां मौजूद था, जिन्होंने नारेबाजी की. तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) के समर्थक एक जगह इकट्ठा हुए और बाबुल सुप्रियो के खिलाफ गो बैक के नारे लगाए. कुछ दिनों पहले ममता बनर्जी ने बांकुड़ा की एक रैली में कहा था कि क्या वो आसनसोल से भाग रहे हैं?
मुख्यमंत्री ने कहा था, क्या शर्म की बात है, वो सांसद, विधायक और काउंसलर, कमिश्नर और क्या बनना चाहता है, दिल्ली जाओ और गुंडागर्दी करो और गद्दारी करो. पिछली बार उसने यहां से सारा वोट लिया था, क्या उसने कोई काम किया. आसनसोल उस स्थानों में से एक है, जहां बीजेपी के पुराने लोग तृणमूल कांग्रेस से आए नेताओं के विरोध में उतरे हैं.
पार्टी ने नए नवेले लोगों को अहमियत देने से उनमें नाराजगी है. बाबुल सुप्रियो ने खुद इसके नुकसान को कम करने के लिए एक बैठक में हिस्सा लिया और कहा कि एक परिवार में यह सामान्य बात है. बेहद लोकप्रिय गायक सुप्रियो ने 2014 के लोकसभा चुनाव के पहले राजनीति में एंट्री ली थी और तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन को 60 हजार वोटों से हराया था.
शहरी विकास, आवास और गरीबी उन्मूलन विभाग के मंत्री सुप्रियो मोदी सरकार में सबसे युवा मंत्री थे. वर्ष 2016 में उनका मंत्रालय बदलकर भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उफक्रमों के मामलों में राज्य मंत्री के तौर पर कर दिया गया.
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