संसद में नोटबंदी-GST के खिलाफ बोलने की कोशिश की, वहां माइक ऑफ कर देते हैं : राहुल गांधी

राहुल गांधी ने कहा कि हम कन्याकुमारी से 3000 KM चल चुके हैं.110 दिन हो गए लेकिन कोई थकान नही हुई. हम इसलिए नहीं थके हैं क्‍योंकि हमारे साथ आपका (लोगों का) प्यार है"

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राहुल गांधी ने कहा, यात्रा के दौरान हम इसलिए नहीं थके हैं क्‍योंकि हमारे साथ आपका प्यार है
बड़ौत (यूपी):

कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा है कि उनकी भारत जोड़ो यात्रा का उद्देश्‍य देश में नफ़रत और हिंसा को ख़त्म करना है. यात्रा के दौरान बुधवार को उन्‍होंने कहा, " यात्रा का लक्ष्य जो देश में नफ़रत और हिंसा को ख़त्म करना है. ये सरकार किसान और मज़दूर को डराने की है. मैं कहता हूं कि डरो मत. हम डर को मिटाने की राजनीति करते हैं." पूर्व कांग्रेस अध्‍यक्ष ने कहा, "मीडिया जनता में बात नहीं उठाती. हमने संसद में नोटबंदी-जीएसटी के ख़िलाफ़ बोलने की कोशिश की, वहां वे माइक ऑफ़ कर देते हैं. ऐसे में हमने सोचा कि कन्याकुमारी से कश्मीर तक चलकर जनता से बात करें. हम कन्याकुमारी से 3000 KM चल चुके हैं.110 दिन हो गए लेकिन कोई थकान नही हुई. हम इसलिए नहीं थके हैं कि हमारे साथ आपका (लोगों का) प्यार है" 

राहुल ने कहा, "मेरे चेहरे से लग रहा है कि मैं थक गया हूं, टी-शर्ट में हूं. न मैं थका हूं न मुझे ठंड लग रही है. ये लोग ये नहीं देखते कि ये मज़दूर का बच्चा फ़टी टी-शर्ट में सर्दी में क्यों घूम रहा है? ये सरकार अरबपतियों का क़र्ज़ा माफ़ कर रहे हैं." उन्‍होंने कहा, "यूपीए की सरकार के दौरान मोदी जी कहते थे कि सिलेंडर 400 का हो गया. अब सिलेंडर 1100 रुपयेका हो गया है. पेट्रोल, जो यूपीए के समय  60 रुपये प्रति लीटर था अब 100 रुपये लीटर है. नोटबंदी और जीएसटी की वजह से बेरोज़गारी बढ़ी है. मुझे युवा मिलते हैं और बताते हैं कि इंजीनियरिंग की है, डॉक्टरी पढ़ी है वो कहते हैं कि कुछ नहीं कर रहे हैं. यहां यूपी में लड़के सड़क पर दौड़कर तैयारी करते थे. सेना में जाएंगे कि देश की सेवा करेंगे तो पेंशन मिलेगी. अब क्या करेंगे ये लोग पहले चार साल की नौकरी करेंगे और फिर उन्हें निकाल देंगे. जब ये लड़के सड़क पर उतरे तो मोदी जी ने उनसे कहा कि तुम्हारी फ़ोटो ले ली जाएगी तो कभी सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी."

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