उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath ) सोमवार को जन्माष्टमी (Janmashtami) के मौके पर भगवान श्रीकृष्ण के जन्मस्थान मथुरा के दौरे पर थे. उन्होंने वहां एक कार्यक्रम में कहा कि संतों और जनप्रतिनिधियों की राय है कि मथुरा में शराब और मांस का सेवन नहीं किया जाना चाहिए. लिहाजा प्रशासन को योजना बनानी चाहिए, जिसके तहत ऐसे लोगों की काउंसिलिंग और ट्रेनिंग कराई जाए और उन्हें किसी अन्य कारोबार के काबिल बनाया जा सके. देश भर में सोमवार को जन्माष्टमी के मौके पर विभिन्न मंदिरों में कार्यक्रम हुए.
इससे पहले योगी आदित्यनाथ ने कृष्ण जन्मभूमि मंदिर में पूजा अर्चना की. यूपी सीएम ने मंदिर में पूजा के साथ ही कृष्णोत्सव में हिस्सा लिया. सीएम योगी ने इस मौके पर कहा कि जन्माष्टमी जैसे त्योहार देश की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक हैं और इसे संरक्षित किया जाना चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने देश को नई दिशा दी है. देश में सदियों तक आस्था और भावना को दबाकर रखा गया, जो अब पुनः जाग्रत हो रही हैं.
पिछली सरकारें , जो मंदिरों में जाने से सांप्रदायिक होने का ठप्पा लगने से डरती थीं, अब वो भगवान राम और कृष्ण को उनके भगवान होने का दावा कर रही हैं. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी द्वारा राम मंदिर के शिलान्यास के बाद अयोध्या का पुनरोद्धार हो रहा है. मैंने कल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के साथ अयोध्या गया था. वो आजादी के बाद देश के पहले राष्ट्रपति हैं, जिन्होंने अयोध्या में रामलला के दर्शन किए.
पीएम मोदी देश आजादी के बाद से देश के पहले प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने अयोध्या में रामलला के दर्शन किए थे. इसके बाद शाम को योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में जन्माष्टमी कार्यक्रम में हिस्सा लिया और लोगों को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की बधाई दीं.