आंदोलनरत किसानों का ट्रैक्टर ठीक करने आए मैकेनिक की जिंदा जलने से हुई मौत

शिरोमणि अकाली दल ने ट्रैक्टर मैकेनिक जनक राज की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उनका नाम किसान आंदोलन के इतिहास में अमर रहेगा.

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किसानों के जत्थे के साथ आए जनक राज की मौत
नई दिल्ली:

कृषि कानून (Farm Laws) के विरोध में आंदोलन के लिए दिल्ली कूच करने वाले किसानों के साथ आए 55 वर्षीय शख्स की मौत हो गई है. शनिवार रात को वह कार में सो रहे थे, उसी दौरान कार में आग लग गई. इस हादसे में उनकी जान चली गई. यह हादसा बहादुरगढ़ के पास हुआ. ट्रैक्टर रिपेयर का काम करने वाले जनक राज पंजाब से चले किसानों के साथ एकजुटता दिखाने और टैक्ट्रर ठीक करने के लिए दिल्ली आए थे. शिरोमणि अकाली दल समेत किसान संगठनों ने उनकी मौत पर शोक व्यक्त किया है. 

अधिकारियों ने बताया कि बहादुरगढ़ के पास जनक राज देर रात अपना काम खत्म करने के बाद कार में सोने चले गए. कार में आग लग गई, जिसमें वह जिंदा जल गए. जनक रात बरनाला जिले के धनोलुआ गांव के रहने वाले थे. आग लगने के कारणों का अब तक पता नहीं चला है. 

शिरोमणि अकाली दल ने ट्रैक्टर मैकेनिक जनक राज की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उनका नाम किसान आंदोलन के इतिहास में अमर रहेगा. 

पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा, "Indian Farmers Union (Ugrahan) के मेहनती कार्यकर्ता और किसान आंदोलन में ट्रैक्टर ठीक करने आए जनक राज की बहादुरगढ़ के पास आग दुर्घटना में मौत की खबर सुनकर बहुत दुख हुआ. उनका नाम भी किसान आंदोलन के इतिहास में अमर रहेगा."

सभी किसान संगठनों ने जनक राज की मौत पर दुख व्यक्त किया है. बता दें कि कृषि कानून के विरोध में दिल्ली और उसके आसपास हजारों की संख्या में लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शन कर रहे किसानों ने गृह मंत्री अमित शाह का प्रस्ताव खारिज कर दिया है. 

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वीडियो: किसानों ने खारिज किया गृह मंत्री अमित शाह का प्रस्ताव

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