भारत की हिन्दी बेल्ट के बेहद अहम राजस्थान राज्य में कुल 25 लोकसभा सीटें हैं, जिनमें से एक है टोंक-सवाई माधोपुर संसदीय सीट, यानी Tonk–Sawai Madhopur Parliamentary Constituency, जो अनारक्षित है.
देश में हुए पिछले लोकसभा चुनाव में, यानी लोकसभा चुनाव 2019 में इस सीट पर कुल 1945992 मतदाता थे. उस चुनाव में BJP प्रत्याशी सुखबीर सिंह जौनपुरिया को जीत हासिल हुई थी, और उन्हें 644319 वोट हासिल हुए थे. इस चुनाव में सुखबीर सिंह जौनपुरिया को लोकसभा सीट में मौजूद कुल मतदाताओं में से 33.11 प्रतिशत का समर्थन प्राप्त हुआ था, जबकि इस सीट पर डाले गए वोटों में से 52.19 प्रतिशत उन्हें दिए गए थे. लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान इस सीट पर INC प्रत्याशी नमोनारायण दूसरे स्थान पर रहे थे, जिन्हें 533028 वोट मिले थे, जो संसदीय सीट के कुल मतदाताओं में से 27.39 प्रतिशत का समर्थन था, और उन्हें कुल डाले गए वोटों में से 43.18 प्रतिशत वोट मिले थे. इस सीट पर आम चुनाव 2019 में जीत का अंतर 111291 रहा था.
इससे पहले, टोंक-सवाई माधोपुर लोकसभा सीट पर वर्ष 2014 में हुए आम चुनाव के दौरान 1710775 मतदाता दर्ज थे. उस चुनाव में BJP पार्टी के प्रत्याशी सुखबीर सिंह जौनपुरिया ने कुल 548537 वोट हासिल कर जीत दर्ज की थी. उन्हें लोकसभा क्षेत्र के कुल मतदाताओं में से 32.06 प्रतिशत ने समर्थन दिया था, और उन्हें उस चुनाव में डाले गए वोटों में से 52.55 प्रतिशत वोट मिले थे. उधर, दूसरे स्थान पर रहे थे INC पार्टी के उम्मीदवार मोहम्मद अजहरुद्दीन, जिन्हें 413031 मतदाताओं का समर्थन हासिल हो सका था, जो लोकसभा सीट के कुल वोटरों का 24.14 प्रतिशत था और कुल वोटों का 39.57 प्रतिशत रहा था. लोकसभा चुनाव 2014 में इस संसदीय सीट पर जीत का अंतर 135506 रहा था.
उससे भी पहले, राजस्थान राज्य की टोंक-सवाई माधोपुर संसदीय सीट पर वर्ष 2009 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान 1510047 मतदाता मौजूद थे, जिनमें से INC उम्मीदवार नमो नारायण ने 375572 वोट पाकर जीत हासिल की थी. नमो नारायण को लोकसभा क्षेत्र के कुल मतदाताओं में से 24.87 प्रतिशत वोटरों का समर्थन हासिल हुआ था, जबकि चुनाव में डाले गए वोटों में से 46.82 प्रतिशत वोट उन्हें मिले थे. दूसरी तरफ, उस चुनाव में दूसरे स्थान पर BJP पार्टी के उम्मीदवार किरोड़ीसिंह बैंसला रहे थे, जिन्हें 375255 मतदाताओं का साथ मिल सका था. यह लोकसभा सीट के कुल वोटरों का 24.85 प्रतिशत था और कुल वोटों का 46.78 प्रतिशत था. लोकसभा चुनाव 2009 में इस संसदीय सीट पर जीत का अंतर 317 रहा था.