देश भर के प्रमुख शहरों में टमाटर के भाव काफी बढ़ गए हैं. टमाटर के बढ़ते दाम को लेकर आम आदमी काफी परेशान है. इस महंगाई ने आम जनता की कमर तोड़ कर रख दी है. वहीं, इसी टमाटर से एक किसान लॉटरी लग गई है. पुणे जुन्नर तहसील में एक किसान दंपत्ति की मेहनत इस कदर रंग लाई कि वो टमाटर की एक ही फसल में करोड़पति बन गए. जुन्नार तालुका में टमाटर ने इनकी किस्मत बदल दी है. इसके साथ ही यह भी साबित हो गया कि कड़ी मेहनत,लगन और बेहतर नियोजन से एक किसान भी करोड़पति बन सकता है.
जुन्नर तहसील के पचघर गांव के किसान ईश्वर गायकर और उनकी पत्नी सोनाली गायकर इन दिनों सुर्खियों में हैं. 12 एकड़ टमाटर की खेती से इस किसान दंपत्ति को दो महीने में दो करोड़ तीन लाख रुपये की आमदनी हुई है. ईश्वर गायकर और उनकी पत्नी सोनाली गायकर 12वीं कक्षा तक पढ़े हैं. कृषि विशेषज्ञ संदीप नवले और गोपीनाथ दिवेकर के मार्गदर्शन में गायकर दंपत्ति ने इस साल अप्रैल महीने में बारह एकड़ में 6242 सिजेंटा के 60,000 टमाटर के पौधे लगाए थे.
ईश्वर ने खेती के लिए आवश्यक सभी कच्चे माल और उपकरण उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी ली, जबकि 12वीं विज्ञान से स्नातक सोनाली ने खेती के लिए मजदूर, मौसम और अन्य जिम्मेदारी उठाई.दोनो की मेहनत, लगन और नियोजन से टमाटर की फसल ने उनकी तकदीर बदल दी. 12 एकड़ क्षेत्र में उचित मात्रा में पानी, उर्वरक, छिड़काव, निराई-गुड़ाई, टमाटर की बाड़बंदी, श्रम, कुल मिलाकर खेत की अच्छी जुताई कर मल्चिंग पेपर पर 60 हजार टमाटर के पौधे रोपे गए.
40 लाख रुपए की लागत के बाद इस बार टमाटर की उपज अच्छी हुई. वहीं इस साल टमाटर की अच्छी कीमत मिल रही है. अब तक 15 हजार कैरेट टमाटर बेचकर इन्होंने 2 करोड़ 30 लाख रुपए कमाए हैं. वहीं, अनुमान है कि 6 से 7 हजार कैरेट टमाटर अब भी खेत में हैं.
ईश्वर गायकर ने एनडीटीवी को बताया कि वो पिछले 6-7 साल से टमाटर की खेती कर रहे हैं. कई बार नुकसान भी हुआ है, लेकिन इस बार सही समय पर टमाटर की कीमत में उछाल की वजह से फायदा हुआ.