घूसकांड केस : महुआ मोइत्रा ने एथिक्स कमेटी को कहा- "निजी रिश्ते में खटास की वजह से की शिकायत"

सूत्रों के अनुसार -एथिक्स कमेटी के सामने महुआ मोइत्रा ने मौखिक बयान दिया है. अब उनके बयान पर जिरह होगी. महुआ ने अपने बयान में कहा है कि झगड़े की वजह निजी रिश्ते खराब होना है. इसी वजह से शिकायत की गई है.

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एथिक्स कमेटी के सामने महुआ मोइत्रा की पेशी

घूस लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में फंसीं टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) आज लोकसभा की एथिक्स कमेटी के सामने पेश हुईं. सूत्रों के अनुसार - कमेटी के सामने महुआ मोइत्रा ने मौखिक बयान दिया है. अब उनके बयान पर जिरह होगी. महुआ ने अपने बयान में कहा है कि झगड़े या विवाद की वजह निजी रिश्ते में खटास आना है. इसी वजह से शिकायत की गई है. बता दें कि इससे पहले मीटिंग में सारे विपक्षी सांसदों ने महुआ का बचाव किया. विपक्षी सदस्यों ने तर्क दिया कि लॉगिन मेल और लॉगिन पोर्टल अलग-अलग हैं. लॉगिन पोर्टल में OTP फोन पर आता है. सदस्यों ने यह भी पूछा कि इसमें कहां लिखा है कि इसे पोर्टल में कैसे टाइप किया जाए और भेजा जाए? राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ का  सवाल ही नहीं उठता क्योंकि इसका उपयोग केवल प्रश्न भेजने के लिए किया जाता है, कोई जानकारी नहीं ली जाती. विपक्षी सदस्यों ने पूछा क्या है पैसे के बदले सवाल पर कहा कि नकदी कहां है? क्या चार्ज है? पहली बैठक में हम वोट के लिए गए थे कि कैसे आगे बढ़ना है.  यदि अधिक व्यक्तियों को गवाही देने के लिए बुलाने का मामला सामने आता है तो मतदान का विकल्प मौजूद होता है. विपक्षी सदस्यों ने यह भी कहा कि संसद में कितने सदस्य हैं, जो अपना सवाल खुद पोस्ट करते है और किसी का सहारा नहीं लेते.बता दें कि TMC सांसद पर कारोबारी दर्शन हीरानंदानी से रिश्वत में महंगे तोहफे लेकर संसद में सवाल पूछने का आरोप लगा है.

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संसदीय समितियों को आपराधिक मामले जांचने का अधिकार नहीं :महुआ

महुआ से अब तक मिले सबूतों और दस्तावेज़ों के आधार पर पूछताछ हो रही है.एथिक्स कमेटी को गृह, IT और विदेश मंत्रालय ने भी मांगी गई जानकारी भेज दी थी. इस पहले महुआ मोइत्रा ने एथिक्स कमेटी के अध्यक्ष विनोद सोनकर को चिट्ठी लिखकर कई सवाल उठाए थे और पूछा कि क्या ऐसे मामलों को देखने का अधिकार एथिक्स कमेटी के पास है? उन्होंने कहा कि संसदीय समितियों को आपराधिक मामले जांचने का अधिकार नहीं है.

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क्या है महुआ की मांग?

इससे पहले महुआ मोइत्रा ने जय अनंत देहाद्राई और दर्शन हीरानंदानी को कमेटी के सामने फिर बुलाए जाने और उन्हें उनका क्रॉस एग्ज़ामिनेशन करने का मौक़ा देने की भी मांग की है.महुआ ने पूछा कि अगर रमेश बिधूड़ी को दानिश अली के खिलाफ अभद्र भाषा इस्तेमाल करने के मामले में और वक्त दिया गया था,तो मेरे मामले में दोहरा रवैया क्यों?  

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महुआ मोइत्रा पर क्या है आरोप?

इससे पहले महुआ के संसद अकाउंट को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई थी. इस मामले से जुड़े सूत्रों के मुताबिक,महुआ मोइत्रा का लोकसभा अकाउंट 47 बार दुबई से लॉग-इन हुआ था. महुआ मोइत्रा ने भी माना है कि उन्होंने अपने लॉग-इन क्रेडेंशियल हीरानंदानी के साथ शेयर किए थे. महुआ, दर्शन हीरानंदानी का अपना पुराना दोस्त बताती हैं. लेकिन उन्होंने इस बात से इनकार किया है कि उन्हें इसके लिए पैसे मिले थे. टीएमसी सांसद ने जोर देकर कहा है कि संसद में पूछे गए सवाल हमेशा उनके खुद के ही थे.

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