ईरान से 3 भारतीय आखिर कहां गायब हो गए हैं? तेहरान से राहस्यमय तरीके से गायब हुए इन 3 भारतीयों को 1 महीने से ऊपर का समय हो गया है... लेकिन ईरान सरकार ये बताने की स्थिति में नहीं है कि आखिर ये तीनों लोग कहां हैं? तेहरान आकर ये तीनों भारतीय आखिर कहां गायब हो गए, कहीं इसके पीछे कोई साजिश तो नहीं? भारत सरकार ने अब इन भारतीयों के गायब होने का मुद्दा ईरान सरकार के सामने दिसंबर में उठाया था. साथ ही ये भी बताया है कि आखिरी लोकेशन क्या थी, लेकिन अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है? आखिर इन 3 भारतीयों के साथ तेहरान में क्या हुआ...?
भारत ने ईरान के सामने उठाया लापता लोगों का मुद्दा, लेकिन...
भारत से ईरान सैकड़ों लोग जाते रहे हैं... दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध भी हैं. ऐसे में भारतीय नागरिकों के तेहरान में गायब होने का मुद्दा दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण है. भारत ने दिसंबर से तेहरान से लापता हुए तीन नागरिकों का मामला ईरान के समक्ष उठाया और उनके ठिकाने के साथ-साथ उनकी सुरक्षा की भी मांग की थी. तेहरान में लापता हुए लोगों के परिजनों ने भारतीय अधिकारियों से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की, जिसके बाद ये मामला मीडिया के सामने आया. लेकिन अभी तक कोई जानकारी इन लापता लोगों के बारे में नहीं मिल पाई है.
तेहरान क्यों गए थे 3 भारतीय?
तेहरान में लापता हुए तीनों भारतीय व्यापारी हैं. बताया जा रहा है कि व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए 15-दिवसीय वीज़ा छूट कार्यक्रम के तहत दिसंबर 2024 में ईरान की यात्रा करने वाले योगेश पांचाल और मोहम्मद सादिक को आखिरी बार तेहरान के बहरेस्तान क्षेत्र में एक छात्रावास में रहने के बारे में पता चला था. इनके तेहरान आने के तुरंत बाद उनके परिवारों का उनसे संपर्क टूट गया और उन्हें डर था कि शायद उन्हें ईरानी सुरक्षाबलों ने हिरासत में ले लिया है. तीसरा व्यक्ति, सुमीत सूद, जिसने जनवरी में ईरान की यात्रा की थी, उसके कुछ दिनों बाद से ही उसका पता नहीं चल रहा है. परिवार वालों से उसका संपर्क भी जनवरी के पहले सप्ताह में ही टूट गया था.
परेशान परिजनों ने विदेश मंत्रालय से लगाई गुहार
तेहरान में लापता हुए लोगों के परिजनों के सामने कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है. ऐसे में सूत्रों ने बताया कि परेशान परिवारों ने विदेश मंत्रालय से संपर्क कर अपने परिजनों की सुरक्षा और स्वदेश वापसी सुनिश्चित करने के लिए तुरंत कार्रवाई का आग्रह किया है, क्योंकि समय काफी बीत चुका है. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने जनवरी की शुरुआत में नई दिल्ली का दौरा करने वाले ईरानी उप विदेश मंत्री माजिद रवांची के साथ बैठक के दौरान यह मुद्दा उठाया. सूत्रों के अनुसार, विदेश मंत्रालय और तेहरान में भारतीय दूतावास ने ईरानी अधिकारियों से संपर्क किया है और लापता नागरिकों का पता लगाने के लिए तत्काल उपाय करने का अनुरोध किया है.