बदायूं जिले के सदर कोतवाली क्षेत्र में जिला महिला अस्पताल के परिसर में स्थित 'वन स्टॉप सेंटर' से तीन किशोरियों के संदिग्ध परिस्थितियों में लापता होने का मामला सामने आया है. एक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी.अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच जिला राजस्व अधिकारी को सौंपी गयी है और निगरानी में तैनात तीन महिला आरक्षियों को निलंबित कर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश दिये गये हैं. उल्लेखनीय है कि जिले में बहला कर ले जाई गई किशोरियों की बरामदगी के बाद उन्हें मेडिको लीगल से लेकर अदालत में बयान तक की अवधि के लिए वन स्टॉप सेंटर में रखा जाता है.
जिला महिला अस्पताल में स्थित वन स्टॉप सेंटर की संचालिका नीतू सिंह ने मंगलवार को बताया कि आज सुबह एक महिला आरक्षी ने फोन पर उन्हें सूचित किया कि वन स्टॉप सेंटर से तीन किशोरियों गायब हैं और काफी तलाश के बाद भी नहीं मिल रही है. उन्होंने वहां पहुंच कर हाजिरी करवाई तो तीन किशोरियां नदारद मिलीं. घटना की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी दीपा रंजन और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ने मौके पर पहुंचकर छानबीन की.
जिलाधिकारी ने बताया कि तीन किशोरियां जो क्रमशः वजीरगंज, दातागंज व सहसवान कोतवाली क्षेत्र से बरामद की गई थीं, उनको जिला महिला अस्पताल में स्थित वन स्टॉप सेंटर में रखा गया था. उन्होंने बताया कि सोमवार की रात तीनों किशोरियां वन स्टॉप सेंटर से लापता हो गईं, जिसकी सूचना मिलने पर वह स्वयं एसएसपी के साथ मौके पर पहुंचीं और पूछताछ की.
उन्होंने बताया कि तीनों किशोरियों की सुरक्षा में तैनात तीन महिला सिपाहियों को निलंबित किया गया है तथा उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं. साथ ही वन स्टॉप सेंटर में नाइट ड्यूटी में मौजूद स्टाफ के खिलाफ जिला राजस्व अधिकारी को जांच सौंपी गई है. उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट आने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी. सेंटर के जिम्मेदारों का कहना है कि बंदरों ने सीसीटीवी कैमरे तोड़ दिए थे, इस कारण कोई फुटेज हासिल नहीं हो सकी है.
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