असम में अवैध ‘रैट होल’ खदान के अंदर तीन कोयला खनिकों की मौत

सूत्रों ने कहा कि अवैध रैट होल खदान कई अन्य लोगों के साथ डेविड नागा द्वारा चलाई जा रही है और तीन खनिकों को जोयनाल अली द्वारा काम पर लाया गया था, जो श्रमिकों के आपूर्तिकर्ता के रूप में काम करता था. 

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डिब्रूगढ़:

असम-अरुणाचल सीमा पर स्थित तिनसुकिया जिले के लेडो में रविवार रात एक अवैध रैट होल खदान में कम से कम तीन कोयला खनिकों की मौत हो गई. तिनसुकिया के पुलिस अधीक्षक देबोजीत देउरी ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि पुलिस ने घटना के बाद अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया है.

उन्होंने कहा कि मिथेन जैसी जहरीली गैस को इनहेल करने से कोयला खनिकों की मौत होने की आशंका है. मारे गए खनिकों की पहचान साहिदुल इस्लाम, हुसैन अली (दोनों बोंगाईगांव जिले के) और हसमत अली (गोलपारा जिले) के रूप में हुई है, जिनकी उम्र तीस साल से कम है. 

"रैट होल खदान एक दूरस्थ पहाड़ी की चोटी पर अवैध रूप से चलाई जा रही थी. यह घटना रविवार को लगभग 8.30 बजे हुई जब खनिक कोयला निकालने के लिए खदान में घुसे. हमें संदेह है कि खदान के अंदर मीथेन जैसी जहरीली गैस का रिसाव हो रहा था, जिससे उनके मौत. हमने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है क्योंकि वे शवों को दफनाने और घटना को दबाने की कोशिश कर रहे थे. हम ऐसी किसी भी अवैध कोयला खनन गतिविधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे. संबंधित परिवारों को सौंपने से पहले शवों पर पोस्टमॉर्टम किया जाएगा."

सूत्रों ने कहा कि अवैध रैट होल खदान कई अन्य लोगों के साथ डेविड नागा द्वारा चलाई जा रही है और तीन खनिकों को जोयनाल अली द्वारा काम पर लाया गया था, जो श्रमिकों के आपूर्तिकर्ता के रूप में काम करता था. 

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