बॉलीवुड एक्टर अनुपम खेर ने शुक्रवार को एक 6 लाइन की एक कविता ट्वीट की. जिसे डैमेज कंट्रोल के तौर पर देखा जा रहा है. दरअसल, नरेंद्र मोदी सरकार की तारीफों के लिए जाने जाते रहे अनुपम खेर (Anupam Kher) ने इस हफ्ते की शुरुआत में एनडीटीवी से बातचीत में कोविड-19 संकट पर नियंत्रण के मामले में केंद्र सरकार पर कड़ी टिप्पणी की थी. जिसे मोदी सरकार की आलोचना के तौर पर देखा जा रहा था.
अनुपम खेर ने आज अपने ट्वीट में लिखा, "गलती उन्हीं से होती है जो काम करते हैं, निकम्मों की ज़िंदगी तो दूसरों की बुराई खोजने में ही ख़त्म हो जाती है."
खेर, जो कि अक्सर प्रधानमंत्री की तारीफ करते नजर आते हैं और मोदी सरकार का मजबूती से बचाव करते हैं, ने बुधवार को एनडीटीवी से कहा कि उन्हें लगता है कि सरकार कोरोना संकट का प्रबंधन करने में "फिसल" गई.
उन्होंने माना कि, "कहीं न कहीं वे लड़खड़ा गए... यह समय उनके लिए इस बात को समझने का है कि छवि बनाने के अलावा भी जीवन में और भी बहुत कुछ है." खेर ने यह भी कहा था कि सरकार को उसके कदमों के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना जरूरी है.
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अनुपम से पूछा गया था कि क्या सरकार के प्रयास अपनी छवि बनाने के बजाय राहत उपलब्ध कराने पर अधिक केंद्रित होने चाहिए थे और कोविड से प्रभावित परिवार के हॉस्पिटल बेड के लिए गिड़गिड़ाते, शवों को नदी में बहते और मरीजों को संघर्ष करते हुए देखना उन्हें कैसा महसूस हुआ? इस सवाल पर बॉलीवुड एक्टर ने कहा, 'मुझे लगता है कि ज्यादातर केसों में आलोचना जायज थी और सरकार के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वह ऐसा काम करे जिसके लिए लोगों ने उसे चुना है.
मुझे लगता है कि केवल संवेदनहीन व्यक्ति ही ऐसे हालातों से अप्रभावित होगा, लेकिन दूसरी राजनीतिक पार्टी के लिए इसे फायदे के लिए इस्तेमाल करना भी ठीक नहीं है.'
वीडियो: सरकार अभी भी स्थिति को संभाल सकती है : अनुपम खेर