भगवान राम के अस्तित्व को नकारने वालों में अयोध्या जाने की हिम्मत नहीं : कांग्रेस पर बरसीं उमा भारती

शंकराचार्य की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देने से इनकार करते हुए उमा भारती ने कहा कि उन्होंने शंकराचार्य निश्चलानंद जी महाराज से अयोध्या आकर अपना आशीर्वाद देने का अनुरोध किया है.

विज्ञापन
Read Time: 15 mins
उमा भारती गोलीबारी के लिए सपा नेताओं से अयोध्‍या जाकर माफी मांगने के लिए कहा है. (फाइल)
लखनऊ:

भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती (Uma Bharti) ने कांग्रेस (Congress) पर हमला बोलते हुए शुक्रवार को कहा कि भगवान राम के अस्तित्व को नकारने वालों में अयोध्या जाने की हिम्मत नहीं है, और वे वहां जाने के लायक नहीं हैं. कांग्रेस द्वारा 22 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण को अस्वीकार करने के बारे में पूछे जाने पर भारती ने ‘पीटीआई-भाषा' से कहा, ‘‘वो उस लायक नहीं कि वहां आते.''

भाजपा नेता ने कहा, ‘‘उन्होंने (कांग्रेस) राम को खारिज कर दिया. उन्होंने उच्चतम न्यायालय में एक हलफनामे में उनके अस्तित्व से इनकार किया और कहा कि राम का अस्तित्व ही नहीं है. वह हलफनामा ऐसा था, कि उनके (कांग्रेस) पास वहां (अयोध्या) जाने का साहस नहीं है.''

शंकराचार्य की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देने से इनकार करते हुए उमा भारती ने कहा कि उन्होंने शंकराचार्य निश्चलानंद जी महाराज से अयोध्या आकर अपना आशीर्वाद देने का अनुरोध किया है.

समाजवादी पार्टी कारसेवकों की हत्‍यारी : उमा भारती 

समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल यादव के 1990 में कारसेवकों पर गोली चलाने को जायज ठहराने वाले बयान पर भारती ने कहा, ‘‘जब कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए गोली चलाई जाती है तो लोगों को घायल करने के लिए उनके पैर में गोली मारी जाती है ताकि वे रुक सकें और बाद में उनका इलाज किया जा सके. गोलियां सीने और सिर पर नहीं चलाई जातीं. समाजवादी पार्टी कारसेवकों की हत्यारी है.''

उन्होंने कहा, ‘‘मैं उनसे (शिवपाल) कहती हूं कि वह गोलीबारी के लिए जिम्मेदार अपनी पार्टी के सभी नेताओं को अयोध्या जाकर (राम से) माफी मांगने के लिए कहें.''

शिवपाल सिंह ने गोली चलाने को ठहराया था जायज 

समाजवादी पार्टी (सपा) के महासचिव और उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने बृहस्पतिवार को कहा था कि अक्टूबर 1990 में अदालत के आदेश का पालन करने और संविधान की रक्षा के लिए तत्कालीन सपा सरकार के राज में अयोध्या में कारसेवकों पर गोली चलाई गई थी.

Advertisement

यादव ने संवाददाताओं से बातचीत में 1990 में अयोध्या में कारसेवकों पर गोली चलाये जाने को जायज ठहराते हुए कहा था, ‘‘देखिए, संविधान की रक्षा की गई थी. अदालत के आदेश का पालन हुआ था.''

ये भी पढ़ें :

* इलाहाबाद HC का राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम पर रोक की मांग वाली याचिका पर सुनवाई से इनकार
* 22 को अयोध्या में होगी राम लला मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा, जानिए क्यों जरूरी है ये अनुष्ठान और क्यों नहीं घर में रखनी चाहिए प्रस्तर प्रतिमा
* "तब तक इसे लागू नहीं होने देंगे....": महिला कोटा विधेयक पर भाजपा की उमा भारती

Advertisement
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
South Korea Crisis: दक्षिण कोरिया संकट का भारत पर कितना असर? Yoon Suk Yeol | Kim Jong Un
Topics mentioned in this article