झारखंड में जेएमएम- कांग्रेस की सरकार गिराने की कोशिश करने के आरोपों के बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने रविवार को कहा कि वो पहले कांग्रेस में ही रहे हैं, लिहाजा पार्टी नेताओं से लंबे समय से जुड़ाव के कारण वो आज भी कांग्रेस के कई नेताओं के संपर्क मे हैं. उन्होंने मीडिया से कहा कि हम दोस्त हैं, इसमें इससे ज्यादा कुछ भी नहीं सोचा जाना चाहिए. कांग्रेस के नेता मेरे संपर्क में हैं, क्योंकि मैं उस पार्टी में बीते 20 साल से था. वो जब भी असम आते हैं मुझसे मिलते हैं. मैं भी उनसे दिल्ली में मिलता हूं. बता दें कि हिमंत बिस्वा सरमा 2015 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए थे. असम के मुख्यमंत्री का यह बयान उस समय आया है जब हावड़ा में झारखंड के विधायकों के नकदी के साथ पकड़े जाने के बाद उनपर आरोप लगा था कि ये तीनों विधायक उनके संपर्क में थे.
वहीं, कांग्रेस ने झारखंड के अपने तीन विधायकों, इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन बिक्सल को सस्पेंड कर दिया है. इन तीनों विधायकों को शनिवार को पश्चिम बंगाल में उनके वाहन में भारी मात्रा में नकदी मिलने के बाद हिरासत में लिया गया था. बंगाल पुलिस ने कैश बरामदगी मामले में इन तीन विधायकों और दो अन्य को गिरफ्तार भी कर लिया है.
कांग्रेस ने शनिवार को तीन विधायकों के पकड़े जाने के बाद बीजेपी पर झारखंड में उसकी गठबंधन सरकार को गिराने की कोशिश करने का आरोप लगाया था. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी के झारखंड प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने तीनों विधायकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.
विधायक अनूप सिंह ने प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के साथ अरगोड़ा थाने में सरकार को अस्थिर करने को लेकर केस दर्ज कराया है. जेपीसीसी अध्यक्ष ने पुष्टि करते हुए कहा है कि झारखंड सरकार को अस्थिर करने के मामले में रांची में एफआईआर दर्ज कराई गई है.
झारखंड कांग्रेस के महासचिव एवं प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा है कि, ''आने वाले दिनों में कोई भी जनप्रतिनिधि, पार्टी का जिम्मेदार पदाधिकारी या कोई भी कार्यकर्ता हो, हर किसी की जानकारी हमारे पास है. जो कोई भी इससे जुड़ा हुआ या लिप्त पाया जाता है, पार्टी उसके खिलाफ कार्रवाई करेगी.''