बिहार विधानसभा में बीजेपी ने कथित रूप से तमिलनाडु में बिहारी श्रमिकों की पिटाई का मामला फिर ने उठाया. इस पर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने जवाब दिया. उन्होंने तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक के बयान का हवाला देते हुए कहा कि बीजेपी के लोग गलतबयानी कर रहे हैं. तेजस्वी ने बीजेपी को केंद्रीय गृह मंत्रालय से भी इस मामले की जांच कराने की चुनौती दी.
बीजेपी लगातार वहां जांच टीम भेजने की मांग कर रही है. दरअसल, कुछ यूट्यूब चैनल पर तमिलनाडु में बिहार के मजदूरों की हत्या और उनके साथ मरापीट की भ्रामक ख़बरें दिखाए जाने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया. इस ख़बर को लेकर पहले ही तमिलनाडु सरकार की तरफ से सफाई आ चुकी है. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का कहना है कि बीजेपी नफरत की राजनीति के तहत इस मुद्दे को हवा दे रही है.
वीडियो पहले की घटना का- तेजस्वी
तेजस्वी यादव ने कहा कि डीजीपी ने बयान जारी किया है कि झूठा और शरारती वीडियो जारी किया गया है. तमिलनाडु में बिहार के श्रमिकों पर हमला किया गया है. ये घटना झूठी है, ये बहुत पहले की घटना है. वहां के स्थानीय आपस में लड़ रहे थे. तथ्यों को तोड़ा मरोड़ा जा रहा है. उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष क्या आप वीडियो देखकर बता सकते हैं कि उसमें बिहारी कौन है. हम पर विश्वास नहीं है तो आप गृह मंत्री से जांच करा लीजिए.
तमिलनाडु में बिहारियों पर हो रहे हमले- जायसवाल
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने तेजस्वी पर 'बिहारी स्वाभिमान' के प्रति उदासीन होने का आरोप लगाते हुए कहा था, "यह अफ़सोस की बात है कि ऐसे समय में जब तमिलनाडु में बिहारियों पर हमले हो रहे हैं, हमारे उपमुख्यमंत्री उस राज्य का दौरा करते हैं. जाहिर तौर पर वह अपने ही राज्य के लोगों के खिलाफ हिंसा करने के लिए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री का सम्मान करना चाहते हैं.''
उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री ने भले ही ट्विटर पर अपनी पीड़ा व्यक्त की हो, लेकिन उनमें उपमुख्यमंत्री के इस आचरण पर सवाल करने की हिम्मत नहीं है. जायसवाल ने कहा कि हम मांग करते हैं कि मुख्यमंत्री सार्वजनिक करें कि तमिलनाडु में हिंसा के मौजूदा दौर में बिहार के कितने लोग मारे गए हैं.
उन्होंने कहा कि तमिलनाडु में बिहारी श्रमिकों की दुर्दशा से हम आहत हैं और यह एक ऐसा दिन है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी पार्टी ने त्रिपुरा और नागालैंड जैसे उत्तर-पूर्वी राज्यों में शानदार जीत दर्ज की है. लेकिन हम इसको लेकर जश्न मनाने में स्वयं असमर्थ पाते हैं.
नीतीश ने प्रशासन को मामले को देखने का दिया निर्देश
इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों को मामले को देखने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा, "मुझे समाचार पत्रों के माध्यम से तमिलनाडु में काम कर रहे बिहार के मजदूरों पर हो रहे हमले की जानकारी मिली है. मैंने बिहार के मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक को तमिलनाडु सरकार के अधिकारियों से बात कर वहां रह रहे प्रदेश के श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है.''
इसके तुरंत बाद बिहार पुलिस मुख्यालय ने एक बयान जारी कर इसे भ्रामक और अफवाह बताते हुए कहा कि सभी हिंदी भाषी लोग तमिलनाडु में सुरक्षित हैं. कहा गया कि तमिलनाडु में हुई हिंसा के मामले पर अविलम्ब संज्ञान लिया गया है और पुलिस महानिदेशक ने तमिलनाडु के पुलिस प्रमुख से बातचीत कर स्थिति की जानकारी ली है. तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक ने कहा है कि उत्तर भारतीयों और हिन्दी भाषी लोगों पर हमले की पोस्ट बिना तथ्यों की पुष्टि किए की गई है और यह भ्रामक एवं अफवाह है.
इस बीच तमिलनाडु पुलिस ने लोगों से किसी भ्रामक समाचार या अफवाह पर विश्वास नहीं करने की अपील की.
बिहार में महागठबंधन में शामिल सबसे बड़ी पार्टी राजद के नेता तेजस्वी यादव बुधवार को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन के जन्मदिन पर आयोजित एक समारोह में भाग लेने चेन्नई गए थे.