कांग्रेस के नवजोत सिंह सिद्धू ने आज घोषणा की कि वे राज्य के "आर्थिक पुनरुद्धार" पर चर्चा करने के लिए कल पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान से मुलाकात करेंगे. क्रिकेटर से नेता बने सिद्धू, जो कि राज्य कांग्रेस का नेतृत्व कर रहे थे, को हाल ही में संपन्न राज्य के विधानसभा चुनावों में पार्टी की करारी हार के बाद पद छोड़ना पड़ा.
नवजोत सिंह सिद्धू ने आज ट्वीट किया, "पंजाब की अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार के मामलों पर चर्चा करने के लिए कल शाम 5:15 बजे चंडीगढ़ में सीएम भगवंत मान से मुलाकात करेंगे. पंजाब का पुनरुत्थान केवल ईमानदार सामूहिक प्रयास से ही संभव है."
कांग्रेस की हार के बाद नवजोत सिद्धू ने भगवंत मान की त्वरित उत्तराधिकार मिलने पर प्रशंसा के साथ निंदा भी की थी. पिछले महीने उन्होंने मुख्यमंत्री पर दिल्ली में आम आदमी पार्टी के आकाओं का 'माउथपीस' होने का आरोप लगाते हुए उन्हें "रबर की गुड़िया" करार दिया था.
दो दिन बाद उन्होंने मुख्यमंत्री को एक "ईमानदार व्यक्ति" कहा और कहा कि वह पार्टी लाइन से ऊपर उठेंगे और राज्य में माफिया से निपटने के लिए किसी भी कदम में भगवंत मान का समर्थन करेंगे.
उन्होंने ट्वीट किया- "कांग्रेस को सत्ता में वापस आने के लिए नया रवैया अपनाना होगा ... नैतिक अधिकार और अखंडता के साथ ईमानदार चेहरे आगे बढ़ाएंगे. हम इस महान राज्य के लिए अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं ... यह या तो माफिया हैं या ईमानदार लोग हैं .. .."
सिद्धू, जिनकी कांग्रेस में शामिल होने से कुछ समय पहले तक आम आदमी पार्टी के साथ बातचीत चलती रही, ने विधानसभा चुनाव परिणामों के बाद पंजाब के लोगों को बधाई दी थी. उनसे यह पूछे जाने पर कि वह कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में यह कैसे कह सकते हैं, उन्होंने कहा था कि लोगों ने बदलाव को चुना है और वे कभी गलत नहीं होते.
खुद को "धर्मयुद्ध पर योगी" बताते हुए उन्होंने कहा, "जब किसी का उद्देश्य उच्च होता है और वह पंजाब से प्यार करता है तो उसे जीत या हार की परवाह नहीं होती है."