बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में खाद की किल्लत पर सोमवार को चिंता जताई. उन्होंने यह बात स्वीकार की कि पूरे राज्य में खाद की किल्लत है और उन्होंने खुद केंद्रीय मंत्री से बातचीत की है. उन्होंने बताया कि केंद्रीय मंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया है कि वे अगले सात दिनों में खाद की उपलब्धता को सामान्य कर देंगे. सोमवार को जनता दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद मीडिया से बात करते हुए नीतीश ने इस बारे में बात की.
बिहार में खाद की किल्लत को लेकर राजनीति भी हो रही है. राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने भी इसे लेकर ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा, ''बिहार में खाद ही नहीं है. किसान दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं. मुख्यमंत्री सहित डबल इंजन सरकार कानों में तेल डाल, आंखों पर पट्टी बांध व नींद की गोलियां खाकर सोए हुए है. ये किसानों के सबसे बड़े दुश्मन है. फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य तो दूर ये खाद तक उपलब्ध नहीं करा पा रहे. धिक्कार है!''
राज्य में शराबबंदी के बावजूद शराब की खाली बोतलें मिलने के संबंध में सवाल करने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और रिपोर्ट आने पर ही यह स्पष्ट होगा. हालांकि उन्होंने आशंका जतायी कि यह सरकार को बदनाम करने का प्रयास भी हो सकता है. मीडिया पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में होने वाले अच्छे कार्यों की खबर दिल्ली के अंग्रेजी अखबारों ने नहीं छपती है, लेकिन ऐसी नकारात्मक घटनाओं की खबर प्रमुखता से छपती है. उन्होंने कहा, ‘‘हमें सबकुछ समझ आता है, लेकिन हम कुछ नहीं कहते हैं. लेकिन समझते हैं कि कुछ तो है.''