प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश में विकास का श्रेय भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन (केंद्र व राज्य) की सरकार को देते हुए कहा कि जिस उत्तर प्रदेश (यूपी) को हथियारबंद गिरोहों के लिए बदनाम किया गया, वही आज सुरक्षा के लिए रक्षा गलियारा बना रहा है. कानपुर में मेट्रो रेल परियोजना और ऊर्जा ईंधन को समर्पित बीना-पनकी पाइपलाइन परियोजना की शुरुआत करने के बाद कानपुर नगर के निराला नगर स्थित रेलवे ग्राउंड में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ''जिस यूपी को कभी अवैध हथियारों वाले गैंग के लिए बदनाम किया गया था, वही उत्तर प्रदेश, देश की सुरक्षा के लिए डिफेंस कॉरिडोर बना रहा है, इसलिए यूपी के लोग कह रहे हैं फर्क साफ है.''
केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''ये फर्क योजनाओं और परियोजनाओं का ही नहीं बल्कि काम करने के तरीके का भी है.'' उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के कार्यकाल में कानून-व्यवस्था की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘किसी राज में निवेश के लिए, उद्योगों के फलने फूलने के लिए सबसे जरूरी है कानून व्यवस्था का राज. यूपी में पहले जो सरकारें रहीं, उन्होंने माफियावाद का पेड़ इतना फैलाया कि उसकी छांव में सारे उद्योग-धंधे चौपट हो गए.'' उन्होंने कहा, ''यूपी में पहले जिन लोगों ने सरकार चलाई उन लोगों ने कभी समय की अहमियत नहीं समझी. 21वीं सदी के इस कालखंड में यूपी को जिस तेज गति से प्रगति करनी थी, उस अमूल्य समय को पहले की सरकारों ने गंवा दिया, क्योंकि उनकी प्राथमिकताओं में यूपी का विकास नहीं था, उनकी प्रतिबद्धता यूपी के लोगों के लिए नहीं थी.''
मोदी ने कहा, ''आज उत्तर प्रदेश में जो डबल इंजन की सरकार चल रही है, वह बीते कालखंड में समय का जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई में जुटी है, हम डबल स्पीड से काम कर रहे हैं.'' उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार जिस काम का शिलान्यास करती है, उसका उद्घाटन भी समय से करती है. प्रधानमंत्री ने पूर्ववर्ती सरकारों पर हमला बोलते हुए कहा, ‘‘आजादी के बाद दशकों तक हमारे देश में एक सोच रही कि जो कुछ भी नया होगा, अच्छा होगा वह तीन चार बड़े शहरों में ही होगा. देश के बड़े मेट्रो शहरों के अलावा जो शहर थे उन्हें अपने हाल पर छोड़ दिया गया.''
मोदी ने कहा, ''इन शहरों में रहने वाले लोगों की कितनी बड़ी ताकत है, उन्हें सुविधा देना कितना जरूरी है, यह पहले सरकार चलाने वाले समझ नहीं पाये, इन शहरों की आकांक्षाओं पर पहले जो सरकार में थे उन्होंने ध्यान ही नहीं दिया.'' मोदी ने अकेले मेट्रो के क्षेत्र में अपनी सरकार की उपलब्धियां बताते हुए कहा, ''साल 2014 से पहले यूपी में जितनी मेट्रो चलती थी उसकी कुल लंबाई नौ किलोमीटर थी और साल 2014 से 2017 के बीच मेट्रो की लंबाई हुई 18 किलोमीटर और आज कानपुर मेट्रो को मिला दें तो यूपी में मेट्रो की लंबाई 90 किलोमीटर से ज्यादा हो चुकी है.''
उन्होंने कहा, ''2014 के पहले देश के सिर्फ पांच शहरों में मेट्रो की सुविधा थी लेकिन आज अकेले यूपी के पांच शहरों में मेट्रो चल रही है और देश के 27 शहरों में मेट्रो पर काम चल रहा है.'' मोदी ने कहा, ''जो पहले सरकार में थे वो इस मानसिकता के साथ सरकार चलाते थे कि पांच साल के लिए लॉटरी लगी है, जितना हो सके यूपी को लूटते चलो, लूट लो.'' उन्होंने कहा ''आपने खुद देखा है कि यूपी में पहले की सरकारें जो परियोजनाएं शुरू करती थीं उनमें कैसे हजारों करोड़ के घोटाले हो जाते थे, इन लोगों ने कभी यूपी के लिए बड़े लक्ष्यों पर काम नहीं किया, बड़े विजन के साथ काम नहीं किया, इन लोगों ने खुद को कभी यूपी की जनता के लिए जवाबदेह माना ही नहीं. आज डबल इंजन की सरकार पूरी ईमानदारी से, पूरी जवाबदेही के साथ यूपी को नई ऊंचाई तक ले जाने के लिए काम कर रही है.''
कानपुर की विशेषता बताते हुए मोदी ने कहा कि '' यह कानपुर है जिसने दीनदयाल उपाध्याय, सुंदर सिंह भंडारी और अटल बिहारी वाजपेयी जैसे ‘विजनरी' (दूरदृष्टि वाले) नेताओं को गढ़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. पुराने दिनों की स्मृतियों को साझा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा ''जब संगठन के काम के लिए मेरा आपके बीच आना होता था तो खूब सुनता था-''झाड़े रहो, कलेक्टरगंज.'' उन्होंने पूछा '' आजकल आप लोग बोलते हैं या नयी पीढ़ी के लोग भूल गए.''