"जनता से आग्रह है कि मास्क पहने, क्योंकि कुछ लोग तो रेवड़ियां बांटने में...", केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने केजरीवाल पर कसा तंज

इस ट्वीट में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने लिखा कि दिल्ली की जनता से आग्रह है की मास्क पहनें और वायु प्रदूषण से स्वयं की रक्षा करें क्योंकि केजरीवाल जी गुजरात और हिमाचल में मुफ्त की रेवड़ी से जुड़े वादे करने और दिल्ली की जनता के टैक्स के करोड़ों रुपयों के खर्चे से विज्ञापन देने में व्यस्त हैं.

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मनसुख मंडाविया ने सीएम केजरीवाल पर साधा निशाना
नई दिल्ली:

दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के बीच अब हालात बेहद खराब हो चुके हैं. लिहाजा, केजरीवाल सरकार को प्राथमिक स्कूलों में 5वीं तक की कक्षाएं बंद करने के साथ-साथ सरकारी दफ्तरों में 50 फीसदी कर्मचारियों को ही बुलाने जैसे अहम फैसले लेने पड़े हैं. ये हालात अगले कुछ दिनों तक ऐसे ही बने रहने की संभावना है, मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों में राजधानी दिल्ली में प्रदूषण की समस्या और गंभीर हो सकती है. उधर, इन सब के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने सीएम अरविंद केजरीवाल पर राजधानी में प्रदूषण को लेकर तंज कसा है. उन्होंने एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा.

इस ट्वीट में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने लिखा कि दिल्ली की जनता से आग्रह है की मास्क पहनें और वायु प्रदूषण से स्वयं की रक्षा करें क्योंकि केजरीवाल जी गुजरात और हिमाचल में मुफ्त की रेवड़ी से जुड़े वादे करने और दिल्ली की जनता के टैक्स के करोड़ों रुपयों के खर्चे से विज्ञापन देने में व्यस्त हैं.

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दिल्‍ली और एनसीआर के तमाम शहरों का एयर क्‍वॉलटी इंडेक्‍स यानी AQI 400 के पार चल रहा है। नोएडा में तो यह 500 के पार चला गया है। स्थिति यह है कि जो लोग सिगरेट नहीं पीते, वह भी दर्जनों सिगरेट जितना धुआं, हवा में मौजूद प्रदूषण के रूप में अपने शरीर में ले रहे हैं। 

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रिसर्च बताती हैं कि रोजाना एक सिगरेट से PM2.5 के 22 माइक्रोग्राम/एम3 जितना कंसंट्रेशन होता है। दिल्‍ली का AQI अभी 431 है, यानी दिल्‍ली वाले 19 सिगरेट के बराबर जहरीला धुआं अपने शरीर में खींच रहे हैं। इसे एनसीआर के शहरों के लिए कैलकुलेट करें, तो गुरुग्राम में लोग 21 सिगरेट और नोएडा में 24 सिगरेट के बराबर धुआं अपने शरीर में खींच रहे हैं। 

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यह भयावह है। बुजुर्गों और बच्‍चों के लिए हालात इमरजेंसी वाले हैं। विशेषज्ञ बताते हैं कि एक सिगरेट लोगों की जिंदगी को 11 मिनट तक कम कर सकती है। इसे प्रदूषण से जोड़ दिया जाए, तो ना जाने लोगों की लाइफ के कितने दिन कम हो गए होंगे, क्‍योंकि प्रदूषण का यह ‘जहरीला' रुख कई दिनों से जारी है।

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