महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उनके ऊपर वंशवाद की राजनीति करने के शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे के आरोपों पर रविवार को पलटवार किया. शिंदे ने कहा कि ठाकरे के ऐसे आरोपों का कोई महत्व नहीं है, क्योंकि जब फैसले उनके (ठाकरे के) खिलाफ जाते हैं तो उनके विरोधी स्वर मुखर हो जाते हैं.
ठाकरे ने शनिवार को कल्याण लोकसभा क्षेत्र में आयोजित जनसभा में लोगों से वंशवाद की राजनीति को खत्म करने की अपील की थी. कल्याण सीट से शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे सांसद हैं. ठाकरे ने कहा था कि शिंदे के बेटे को टिकट देना उनकी गलती थी.
शिंदे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तेजी से देश को आगे ले जा रहे हैं, जबकि मुख्यमंत्री के तौर पर ठाकरे के कार्यकाल के दौरान (2019 के उत्तरार्ध से जून 2022 तक) महाराष्ट्र 10 साल से अधिक समय पीछे चला गया.
उन्होंने दावा किया, ‘‘इसलिए हमने सरकार को सत्ता से बेदखल कर दिया. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि केवल अहम पूरा करने के लिए विभिन्न परियोजनाओं को रोका गया.''
शिंदे ने कहा कि ठाकरे के आरोपों का कोई महत्व नहीं है, क्योंकि जब फैसले उनके खिलाफ जाते हैं तो वह संस्थानों के खिलाफ मुखर हो जाते हैं.
उल्लेखनीय है कि ठाकरे राजनीतिक परिवार से आते हैं और उनके पिता बाल ठाकरे ने शिवसेना की स्थपना की थी. उद्धव ठाकरे के पुत्र आदित्य ठाकरे अपने पिता की पूर्ववर्ती राज्य सरकार में मंत्री थे.
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