प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गुजरात के गांधीनगर से शुक्रवार की सुबह हरी झंडी दिखाकर जिस उन्नत वंदे भारत 2.0 ट्रेन को रवाना किया गया उसके लोको पायलट (इंजन चालक) ने कहा कि यह उसके जीवन का “सबसे अविस्मरणीय मौका” था. सतीश सरीन पश्चिम रेलवे के अहमदाबाद मंडल में पदस्थ हैं. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने उनसे और उनके सह-चालक के. के. ठाकुर से कुछ मिनटों तक बात की और अत्याधुनिक ट्रेन की विभिन्न विशेषताओं और उसके संचालन से जुड़े विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी ली.
सरीन 35 सालों से रेलवे से जुड़े हैं और पश्चिम रेलवे के अहमदाबाद मंडल के सबसे वरिष्ठ लोको पायलट हैं. सरीन ने कहा, “यह एक संक्षिप्त बातचीत थी जो तीन से चार मिनट तक चली लेकिन यह मेरे जीवन की सबसे यादगार घटना है कि प्रधानमंत्री ने मुझसे बात की.” मुंबई-अहमदाबाद शताब्दी एक्सप्रेस, तेजस एक्सप्रेस और डबल-डेकर एक्सप्रेस ट्रेनों जैसे क्षेत्र में प्रतिष्ठित सुपरफास्ट ट्रेनों का संचालन कर चुके सरीन ने कहा, “प्रधानमंत्री ने पहले हमसे हमारे नाम पूछे और बाद में ट्रेन की विशेषताओं और इसके संचालन से जुड़े पहलू पर हमसे बातचीत की.”
सरीन ने कहा कि उन्हें कुछ दिन पहले बताया गया था कि वह उस ट्रेन का संचालन करेंगे जिसे प्रधानमंत्री द्वारा झंडी दिखाकर रवाना किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस गौरवपूर्ण उपलब्धि के कारण संगीतकार पुत्र बृजेश सहित अपने रिश्तेदारों के बीच वह चर्चा के केंद्र में हैं. प्रधानमंत्री ने गांधीनगर से अहमदाबाद जा रही ट्रेन में चढ़े अन्य लोगों से भी संवाद किया.
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