कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने पंजाब के मुख्यमंत्री के तौर पर भगवंत मान के शपथ ग्रहण समारोह के लिए मिले निमंत्रण का उल्लेख करते हुए बुधवार को अपनी पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जब चरणजीत सिंह चन्नी ने शपथ ली थी, तब उन्हें आमंत्रित नहीं किया गया था. मनीष तिवारी ने मान के शपथ ग्रहण समारोह का एक निमंत्रण पत्र ट्विटर पर साझा करते हुए कहा कि वह इसमें शामिल नहीं हो सके, क्योंकि संसद का सत्र चल रहा है. महान स्वतंत्रता सेनानी शहीद भगत सिंह के पैतृक गांव खटकड़ कलां में एक सादे समारोह में भगवंत मान ने बुधवार को पंजाब के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली.
कांग्रेस नेता ने ट्विटर पर कहा, 'मैं भगवंत मान को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर बधाई देता हूं, मुझे उनके शपथ ग्रहण में आमंत्रित करने के लिए मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं. संसद सत्र होने के कारण मैं इसमें शामिल नहीं हो सका.'
मनीष तिवारी ने कहा, ''यह विडंबना है कि मुझे चरणजीत सिंह चन्नी के शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित नहीं किया गया था, हालांकि वह मेरे क्षेत्र के विधायकों में से एक थे.''
गौरतलब है कि पिछले साल कांग्रेस नेतृत्व द्वारा अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से बर्खास्त करने के बाद चन्नी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. पंजाब के आनंदपुर साहिब से लोकसभा सांसद और पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के आलोचक रहे जी-23 समूह के नेता मनीष तिवारी अमरिंदर सिंह के करीबी माने जाते हैं.