- उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे की दो दशक बाद मुलाकात हुई, जो परिवारिक बंधन का प्रतीक है.
- इस मौके पर उद्धव के बेटे आदित्य और राज के बेटे अमित ठाकरे भी 20 साल बाद एक-दूसरे से मिले
- सुप्रिया सुले ने ठाकरे परिवार की अगली पीढ़ी को एक मंच पर लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई
- अमित ठाकरे, माहिम से विधायक, मनसे के प्रमुख नेता हैं और चुनावी राजनीति में सक्रिय हैं
कजिन का बॉन्ड भाई और बहनों बॉन्ड से काफी अलग होता है और जब आप 20 साल बाद अपने कजिन से मिल रहे हों तो निश्चित तौर पर सबकी नजरें आपकी ही तरह होती हैं. मुंबई में कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और उनके महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के मुखिया राज ठाकरे दो दशक बाद मिले. 20 साल बाद सिर्फ इन चचेरे भाईयों का ही मिलन नहीं हो रहा था बल्कि कोई और भी था जो इतने सालों के बाद अपने भाई से मिल रहा था. बात हो रही है उद्धव के बेटे आदित्य और राज के बेटे अमित ठाकरे की.
सबके लिए मोमेंट बना खास
उद्धव और राज का एक साथ एक मंच पर आना तो महत्वपूर्ण था ही लेकिन उनसे ज्यादा सबका ध्यान ठाकरे परिवार की अगली पीढ़ी ने भी खींचा. इस बार आदित्य ठाकरे और अमित ठाकरे भी साथ थे. दोनों ने एक-दूसरे को हग किया और बस यह मोमेंट सबके लिए यादगार बन गया. ठाकरे परिवार को साथ लाने में सांसद सुप्रिया सुले की अहम भूमिका रही. उनकी वजह से ठाकरे परिवार की तीसरी और चौथी पीढ़ी भी इस मंच पर एक साथ दिखी.
हाथ पकड़कर ले गईं सुप्रिया
सुप्रिया सुले इस कार्यक्रम में सिर्फ मेहमान नहीं थीं, बल्कि उनकी मौजूदगी एक अहम 'ज्वाइनिंग पॉइंट' थी. जब अमित ठाकरे और आदित्य ठाकरे मंच पर साथ में तस्वीरें खिंचवा रहे थे, उसी समय सुप्रिया सुले ने अमित और आदित्य का हाथ पकड़कर दोनों को उनके-उनके चाचाओं के बगल में खड़ा कर दिया. इस समय आदित्य राज ठाकरे के बगल में खड़े थे लेकिन अमित ठाकरे खड़े नहीं हुए. फिर राज ठाकरे ने अमित को अपने करीब बुलाया और उस समय वह अपने चाचा के बगल में खड़े हो गए. इसी वजह से एक भावुक पल देखने को मिला.
चाचा-भतीजे भी मिले 20 साल बाद
इस मौके पर न सिर्फ बिछड़े भाई बल्कि भतीजे भी बीस साल बाद अपने चाचा से मिले. सभा के बाद ठाकरे परिवार ने साथ में फोटो खिंचवाई. इस फोटो में राज ठाकरे, उद्धव ठाकरे, आदित्य ठाकरे, अमित ठाकरे और सुप्रिया सुले समेत कई नेता नजर आए. राज ठाकरे के बेटे अमित मनसे के अहम नेता हैं और माहिम से विधायक हैं. 33 साल के अमित नवंबर 2024 में पहली बार चुनावी मैदान में उतरे थे और पहला ही चुनाव जीतकर उन्होंने सबको हैरान कर दिया था.