Mumbai News: महाराष्ट्र की राजनीति में जिस 'चमत्कार' का इंतजार पिछले डेढ़ दशक से किया जा रहा था, वह आखिरकार बीएमसी (BMC) चुनावों की दहलीज पर हकीकत बन गया है. सालों की सियासी कड़वाहट और दूरियों को पीछे छोड़ते हुए उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) और राज ठाकरे (Raj Thackeray) अब एक साथ आ गए हैं. इस ऐतिहासिक 'महामिलन' पर मुहर लगाते हुए शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने दोनों भाइयों की एक साथ तस्वीर साझा की है, जिसने महाराष्ट्र के सियासी गलियारों में हलचल तेज कर दी है.
'केवल राजनैतिक समझौता नहीं..'
संजय राउत ने इस गठबंधन को केवल राजनैतिक समझौता नहीं, बल्कि दिलों का मिलन करार दिया है. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस मेलमिलाप की नींव तब पड़ी थी, जब दोनों भाई स्कूलों में पहली कक्षा से हिंदी थोपने के सरकार के फैसले के खिलाफ एक सुर में खड़े हुए थे. राउत के अनुसार, 'कार्यकर्ताओं ने इस रिश्ते को दिल से स्वीकार कर लिया है और वे जमीन पर एक साथ काम करने के लिए उत्साहित हैं.'
कल दोपहर 12 बजे सीटों पर खुलासा
हालांकि गठबंधन आधिकारिक हो चुका है, लेकिन शक्ति प्रदर्शन का असली खाका बुधवार दोपहर 12 बजे खींचा जाएगा. सूत्रों के मुताबिक, मुंबई की सीटों के बंटवारे को लेकर देर रात तक चली बैठक में अंतिम सहमति बन गई है. यह गठबंधन केवल बीएमसी तक सीमित नहीं है. नासिक, पुणे, कल्याण-डोंबिवली और मीरा-भयंदर नगर निगमों के लिए भी 'ठाकरे ब्रदर्स' ने साझा रणनीति तैयार कर ली है. गठबंधन की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उम्मीदवारों को पार्टी के आधिकारिक 'एबी फॉर्म' बांटे जाने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है.
विपक्ष और MVA का गणित
संजय राउत ने यह भी साफ किया कि महा विकास अघाड़ी (MVA) के तहत शरद पवार की एनसीपी (SP) के साथ बातचीत सकारात्मक दिशा में है. हालांकि कांग्रेस के साथ फिलहाल औपचारिक चर्चा रुकी हुई है, लेकिन राउत ने भविष्य में सहयोग के द्वार खुले रखने के संकेत दिए हैं.
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)













