सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने मंगलवार को कहा कि भारत के समक्ष भविष्य में भी आतंकवाद और आंतरिक सुरक्षा संबंधी चुनौतियां उत्पन्न होंगी और देश के सुरक्षा बल ‘‘एकजुट होकर'' उनसे निपटेंगे. जनरल पांडे यहां मानेसर में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) द्वारा आयोजित अखिल भारतीय पुलिस कमांडो प्रतियोगिता का उद्घाटन करने के बाद बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि नये जमाने की तकनीक ने दुश्मन को ड्रोन, इंटरनेट, साइबर स्पेस और सोशल मीडिया के जरिए अपनी गतिविधियों को अंजाम देने में सक्षम बनाया है.
जनरल मनोज पांडे ने कहा, ‘‘आप सभी जानते हैं कि आतंकवाद और आंतरिक सुरक्षा की स्थिति हमारे देश को विभिन्न तरीकों से प्रभावित कर रही है. हम एकजुट होकर इन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं. इससे विभिन्न राज्यों में (सुरक्षा) स्थिति में सुधार हो रहा है.'' उन्होंने कहा, ‘‘ये चुनौतियां भविष्य में भी जारी रहेंगी. इनमें से कुछ चुनौतियां लंबे समय तक रहेंगी, कुछ परोक्ष रूप से मौजूद रहेंगी जबकि कुछ गुप्त रूप से रहेंगी.''
जनरल पांडे ने कहा कि देश में आतंकवादी हमलों की ‘‘आशंका'' को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. उन्होंने साथ ही इस तरह के षड्यंत्रों एवं नेटवर्क को विफल करने के लिए खुफिया एवं सुरक्षा बलों की प्रशंसा की. उन्होंने संघीय आतंकवाद रोधी बल एनएसजी की बम का पता लगाने और उसे निष्क्रिय करने, ड्रोन का मुकाबला करने के साथ-साथ अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ प्रभावी समन्वय में विशेष कौशल विकसित करने के लिए प्रशंसा की. प्रतियोगिता में विभिन्न केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल और राज्य पुलिस संगठनों की कुल 24 टीमें भाग ले रही हैं. यह प्रतियोगिता 31 मार्च को समाप्त होगी.
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