- उत्तर प्रदेश के बहराइच में आदमखोर भेड़िये के हमलों से चार लोगों की मौत हो गई थी
- वन विभाग की टीम ने कैसरगंज के तौकली इलाके में ऑपरेशन कर आदमखोर भेड़िये को मृत अवस्था में पाया
- CM योगी ने बहराइच दौरे पर पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर उन्हें वित्तीय सहायता और बेहतर इलाज का भरोसा दिया था
उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में पिछले कई दिनों से दहशत फैलाने वाला आदमख़ोर भेड़िया मारा गया. कैसरगंज के तौकली इलाके में वन विभाग की टीम की तरफ से चलाए जा रहे ऑपरेशन के दौरान वो मृत अवस्था में पाया गया. जानकारी के अनुसार इस भेड़िए के हमलों में अब तक 4 मासूम बच्चों की मौत हो चुकी थी और करीब 20 लोग घायल हुए थे. ग्रामीणों में भय का माहौल इतना गहरा गया था कि लोग शाम ढलते ही घरों में कैद हो जाते थे.
सीएम योगी का सख्त निर्देश
शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद बहराइच का दौरा किया था. उन्होंने हवाई सर्वेक्षण करने के बाद ग्रामीणों से संवाद किया और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की थी. सीएम ने मौके पर कहा था कि कोशिश की जाए कि भेड़िए को जिंदा पकड़ा जाए, लेकिन यदि ऐसा संभव न हो तो उसे देखते ही मार गिराया जाए. योगी आदित्यनाथ ने वन विभाग को साफ आदेश दिया था कि लोगों को इस आतंक से मुक्त कराना ही प्राथमिकता है.
ऑपरेशन के बाद लोगों ने ली राहत की सांस
ऑपरेशन के दौरान मारे गए भेड़िए का पोस्टमार्टम कराया जाएगा ताकि उसके व्यवहार और हमलों के बारे में विस्तार से पता लगाया जा सके. वन विभाग का कहना है कि इलाके में अब भी सतर्कता बरती जा रही है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों.
पीड़ित परिवारों से सीएम ने की मुलाकात
दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवारों को आश्वस्त किया कि सरकार हर पीड़ा में उनके साथ खड़ी है. उन्होंने मृत बच्चों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की सहायता देने और घायलों का पूरा इलाज कराने का निर्देश दिया. इसके अलावा उन्होंने सांसदों और विधायकों के जरिए पीड़ित परिवारों को तत्काल 50-50 हजार रुपये दिलाने का ऐलान किया. बच्चों को चॉकलेट और राहत सामग्री भी बांटी गई।
बरसात और जंगल से बाहर आए वन्यजीव
मुख्यमंत्री ने समझाया कि बरसात के दिनों में घाघरा नदी का जलस्तर बढ़ने से अक्सर भेड़िए, लकड़बग्घे जैसे वन्यजीव अपनी मांद छोड़कर बस्तियों की तरफ आ जाते हैं. इसी वजह से छोटे बच्चों और कमजोर लोगों पर हमले बढ़ जाते हैं. उन्होंने कहा कि पिछली बार महसी क्षेत्र में ऐसे ही हालात बने थे, तब छह भेड़ियों को पकड़कर चिड़ियाघर भेजा गया था.
21 कार्यबल गठित, सुरक्षा उपाय तेज
सरकार ने पूरे क्षेत्र में 21 कार्यबल गठित किए हैं, जिनमें ग्राम रोजगार सेवक, पंचायत सहायक, सफाई कर्मचारी और ग्राम चौकीदार शामिल हैं। ये टीमें गांव-गांव जाकर जनजागरण कर रही हैं और वन्यजीवों से बचाव के उपाय बता रही हैं. मुख्यमंत्री ने प्रशासन को यह भी निर्देश दिया कि जिन परिवारों के पास पक्का मकान नहीं है, उन्हें मकान उपलब्ध कराया जाए और जिन घरों में दरवाजा या शौचालय नहीं है, वहां सरकार तत्काल निर्माण कराए.
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