गर्लफ्रेंड के इंस्टा पोस्ट से फंसे Telegram के बॉस, जानिए पूरी कहानी

1984 में रूस में जन्मे पावेल ड्यूरोव के पास फ्रांसीसी नागरिकता भी है. यह समझा सकता है कि रूस-यूक्रेन युद्ध में अपने ऐप की भूमिका और चरमपंथी समूहों और अपराधियों द्वारा इसके व्यापक उपयोग के बावजूद वह यह यात्रा आसानी से कैसे कर पाए.

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नई दिल्ली:

जब पावेल ड्यूरोव पिछले शनिवार को अपने निजी जेट से फ्रांस पहुंचे, तो पुलिस ने उनका स्वागत किया और तुरंत उन्हें गिरफ्तार कर लिया. डायरेक्ट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म टेलीग्राम के संस्थापक के रूप में, उन पर इस पर होने वाले व्यापक अपराधों को सुविधाजनक बनाने का आरोप लगाया गया था. अगले दिन, एक फ्रांसीसी न्यायाधीश ने ड्यूरोव की हिरासत की प्रारंभिक अवधि बढ़ा दी, जिससे पुलिस को उसे 96 घंटे तक हिरासत में रखने की अनुमति मिल गई. टेलीग्राम ने ड्यूरोव पर लगे आरोपों को खारिज कर दिया. कंपनी ने एक बयान में कहा:

कौन हैं पावेल ड्यूरोव?

1984 में रूस में जन्मे पावेल ड्यूरोव के पास फ्रांसीसी नागरिकता भी है. यह समझा सकता है कि रूस-यूक्रेन युद्ध में अपने ऐप की भूमिका और चरमपंथी समूहों और अपराधियों द्वारा इसके व्यापक उपयोग के बावजूद वह यह यात्रा आसानी से कैसे कर पाए.

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ड्यूरोव ने 2006 में सोशल मीडिया साइट, वीकांटैक्ट शुरू की थी, जो रूस में बहुत लोकप्रिय है. हालांकि, साइट के नए मालिक इसे कैसे संचालित कर रहे थे, इस पर विवाद के कारण उन्हें 2014 में कंपनी छोड़नी पड़ी.

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इससे कुछ समय पहले ही ड्यूरोव ने टेलीग्राम बनाया था. यह प्लेटफ़ॉर्म संचार और आदान-प्रदान के साधन के साथ-साथ एन्क्रिप्शन की सुरक्षा भी प्रदान करता है जिससे अपराधों को ट्रैक करना और निपटना पहले से कहीं अधिक कठिन हो जाता है. लेकिन वही सुरक्षा लोगों को सत्तावादी सरकारों का विरोध करने में भी सक्षम बनाती है जो असहमति या विरोध को रोकना चाहती हैं.

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ड्यूरोव के प्रसिद्ध तकनीकी हस्तियों एलोन मस्क और मार्क जुकरबर्ग के साथ भी संबंध हैं, और उन्हें मुखर रूप से उदारवादी तकनीकी समुदाय में व्यापक समर्थन प्राप्त है. लेकिन उनका मंच कानूनी चुनौतियों से अछूता नहीं है - यहां तक ​​कि उनके जन्मस्थान देश में भी.

हमारे पास छिपाने के लिए कुछ नहीं

मैसेजिंग प्लेटफॉर्म टेलीग्राम ने सोमवार को कहा कि सीईओ पावेल डूरोव, जिन्हें फ्रांस में गिरफ्तार किया गया है, उनके पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है. यह दावा करना बेतुका है कि कोई प्लेटफॉर्म या उसका मालिक उस प्लेटफॉर्म के दुरुपयोग के लिए जिम्मेदार है.

कैसे पकड़े गए पावेल?

पावेल के साथ जूली वावीलोवा (Juli Vavilova) नाम की एक महिला भी थी, जिसे फ्रेंच पुलिस ने हिरासत में लिया है. अब पावेल की गिरफ्तारी में जूली का भी नाम सामने आ रहा है. कई तरह की थ्योरी सामने आ रही हैं और इस ‘मिस्ट्री वुमेन' को लेकर अलग-अलग दावे किये जा रहे हैं.

कौन है ये ‘मिस्ट्री वुमेन'

जूली वावीलोवा (Juli Vavilova) की इंस्टाग्राम प्रोफाइल के मुताबिक उनकी उम्र 24 साल है और दुबई बेस्ड क्रिप्टो कोच हैं. जूली ने अपने इंस्टा बायो में बताया है कि उन्हें गेमिंग, क्रिप्टो करेंसी और अलग-अलग भाषाओं में दिलचस्पी है. उन्हें अंग्रेजी, रूसी, स्पेनिश और अरबी जैसी भाषाएं आती हैं. जूली की इंस्टाग्राम प्रोफाइल से पता चलता है कि उनकी और टेलीग्राम (Telegram) फाउंडर पावेल ड्यूरोव के बीच काफी नजदीकी है. जूली की प्रोफाइल पर दोनों की तमाम तस्वीरें हैं. जिसमें वे कजाखिस्तान, किर्गिस्तान से लेकर अज़रबैजान में साथ दिखाई दे रहे हैं. इन तस्वीरों को देखने से पता लगता है कि दोनों के बीच गहरे संबंध हैं, हालांकि रिलेशनशिप में हैं या नहीं, यह साफ नहीं है.

कहां है जूली वावीलोवा?

वाविलोवा, जो कथित तौर पर ड्यूरोव की गिरफ्तारी से पहले उनके साथ यात्रा कर रही थीं, पिछले सप्ताहांत में पेरिस के पास ले बॉर्गेट हवाई अड्डे पर टेक मुगल को हिरासत में लिए जाने के बाद से उनका कुछ पता नहीं चला है. सुश्री वाविलोवा के परिवार की चिंता बढ़ती जा रही है, उन्होंने एएफपी को बताया कि घटना के बाद से वे उनसे संपर्क करने में असमर्थ हैं.

ऐसे पकड़ा गया पावेल डूरोव?

फ्रांसीसी प्राइवेसी डेटा शोधकर्ता बैपटिस्ट रॉबर्ट ने वाविलोवा की सोशल मीडिया एक्टिविटी को देखते हुए कहा है कि उन्होंने यात्रा की कई जानकारियों सोशल मीडिया पर शेयर की हैं, हो सकता है कि इसे अधिकारी ट्रेस कर रहे हों और पावेल को गिरफ्तार कर लिया गया है.

रॉबर्ट के अनुसार, वाविलोवा की पोस्ट, जिसमें पावेल डुरोव के साथ अजरबैजान की उनकी यात्रा का जिक्र किया गया था, ने अनजाने में टेलीग्राम संस्थापक की गतिविधियों का खुलासा कर दिया होगा, जिसके कारण उनकी गिरफ्तारी हुई. उन्होंने एनवाई पोस्ट को बताया, "यह कहना जटिल है कि क्या उसके पोस्ट ने उसकी गिरफ्तारी में प्रत्यक्ष भूमिका निभाई है, लेकिन अगर आप उसे सोशल मीडिया पर फॉलो कर रहे थे, तो आप ड्यूरोव की गतिविधियों को आसानी से ट्रैक कर सकते हैं."

रूस में जन्मे डूरोव को फ्रांस के पेरिस के पास स्थित ले बॉर्गेट हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया गया. उन पर आरोप है कि वह टेलीग्राम पर आपराधिक गतिविधियों को रोकने में असफल रहे हैं. हालांकि, कंपनी ने कहा है कि वह यूरोपियन यूनियन के सभी नियमों का पालन करते हैं, 'डिजिटल सर्विसेज एक्ट' का भी.

कंपनी की ओर से कहा गया है कि टेलीग्राम के सीईओ पावेल डूरोव के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है. यूरोप में वे लगातार यात्रा करते रहते हैं. पूरी दुनिया में टेलीग्राम के 900 मिलियन से ज्यादा यूजर्स हैं और व्यापक स्तर पर सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए पूरी दुनिया में इसका उपयोग होता है.

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