एंटी करप्शन ब्यूरो ने तेलंगाना स्टेट रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (TSRERA) के सचिव और हैदराबाद मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (HMDA) के पूर्व डायरेक्टर शिव बालकृष्ण द्वारा कथित तौर पर अर्जित आय से अधिक 100 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति का खुलासा किया है. एसीबी के प्रारंभिक निष्कर्षों से पता चलता है कि बालकृष्ण ने कथित तौर पर कई रियल एस्टेट कंपनियों को परमिट की सुविधा देकर करोड़ों रुपये लिए.
बालकृष्ण पर आय के ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप पर अधिकारियों ने बालकृष्ण और उनके रिश्तेदारों के घरों और दफ्तरों सहित तेलंगाना में कई स्थानों पर तलाशी ली.
एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने बुधवार को सुबह 5 बजे तलाशी शुरू की. उसने 20 स्थानों को कवर किया. तलाशी गुरुवार तक चलने की संभावना है. एसीबी की टीमों ने एचएमडीए और रेरा के कार्यालयों की तलाशी ली. बालकृष्ण के घर और जांच से जुड़े अन्य प्रमुख स्थानों पर छापे मारे गए.
बालकृष्ण के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. संदेह जताया गया है कि उन्होंने बड़े पैमाने पर संपत्ति जमा करने के लिए अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग किया है.
तलाशी के दौरान सोना, फ्लैट, बैंक में जमा राशि और बेनामी होल्डिंग्स सहित 100 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति मिली है. जब्त किए गए सामान की लिस्ट में 40 लाख रुपये नकद, दो किलोग्राम सोने की ज्वेलरी, 60 महंगी घड़ियां, संपत्ति के दस्तावेज और बैंक में जमा राशि शामिल है. इसके अलावा 14 फोन, 10 लैपटॉप और कई इलेक्ट्रॉनिक गैजेट जब्त किए गए हैं.
एसीबी अब बालकृष्ण के बैंक लॉकरों और अन्य अघोषित संपत्तियों की जांच कर रही है. जांच कल भी जारी रहने के आसार हैं.