'किसान बदल सकते हैं सरकारें' : तेलंगाना के CM केसीआर ने पंजाब में कहा

पंजाब में केसीआर ने किसान नेताओं से केंद्र के खिलाफ अपना आंदोलन जारी रखने की अपील की, जब तक उन्हें फसलों के समर्थन मूल्य पर संवैधानिक गारंटी नहीं मिल जाती.

विज्ञापन
Read Time: 16 mins

तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव गलवान घाटी में शहीद हुए सैनिकों और पिछले साल किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए पंजाब में हैं. पंजाब में उन्होंने किसान नेताओं से केंद्र के खिलाफ अपना आंदोलन जारी रखने की अपील की, जब तक उन्हें फसलों के समर्थन मूल्य पर संवैधानिक गारंटी नहीं मिल जाती. उन्होंने कहा, 'किसान सरकारें बदल सकते हैं.'  उन्होंने राष्ट्रव्यापी आंदोलन के लिए एकजुट होने का आह्वान करते हुए कहा कि वह आम आदमी पार्टी जैसे अन्य विपक्षी दलों के साथ शामिल होंगे और समर्थन करेंगे.

प्रमुख किसान नेता राकेश टिकैत भी वहां मौजूद थे. राकेश टिकैत पिछले साल विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के नेताओं में से एक थे. केसीआई ने अपने भाषण की शुरुआत में उनका नाम भी लिया. 

उन्होंने उर्वरक की बढ़ती कीमतों, "दोषपूर्ण" न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) और ईंधन लागत सहित किसानों के मुद्दों पर केंद्र पर बार-बार हमला किया है.

उन्होंने किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले 600 किसानों के परिवारों को संबोधित किया, श्रद्धांजलि दी और सहानुभूति व्यक्त की. तेलंगाना सरकार ने भी आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों के लिए ₹3 लाख के मुआवजे की घोषणा की है.

अपनी सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए, केसीआर ने कहा कि तेलंगाना के गठन से पहले किसान काफी संकट में थे और हर दिन कई लोग आत्महत्या कर रहे थे. उन्होंने दावा किया कि बिजली बहुत कम या न के बराबर थी, और बहुत सारी समस्याओं का समाधान किसी ने नहीं किया.

उन्होंने कहा, 'तेलंगाना बनने के बाद बिजली की समस्या दूर हो गई. हम 24 घंटे उच्च गुणवत्ता वाली बिजली मुफ्त में मुहैया कराते हैं.'

Advertisement

केंद्र पर कटाक्ष करते हुए, उन्होंने दावा किया कि वे तेलंगाना सरकार पर बिजली के मीटर लगाने और मुफ्त में बिजली नहीं देने का दबाव बनाते हैं. उन्होंने कहा, "वे हमसे पैसे निकालने, किसानों का खून चूसने के लिए कहते हैं. मैंने यह कहते हुए इनकार कर दिया कि मीटर लगाने की बजाय वह मरना पसंद करेंगे.'

उन्होंने कहा, "जब भी कोई राज्य किसानों के लिए कुछ करता है, तो उन्हें यह पसंद नहीं होता है.'

राष्ट्रीय राजनीति पर नजर गड़ाए केसीआर प्रमुख विपक्षी नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं. उन्होंने इससे पहले दिल्ली में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात की. दिल्ली के एक सरकारी स्कूल का दौरा किया और उसी दिन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के शिक्षा मॉडल की प्रशंसा की और आज पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के साथ मंच साझा किया.

Advertisement

26 मई को, राव बेंगलुरु में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा से मुलाकात करेंगे. इसके बाद वह अगले दिन सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे से मिलने महाराष्ट्र के रालेगण सिद्धि जाएंगे. चीन के साथ गतिरोध के दौरान गलवान घाटी में शहीद हुए सैनिकों के परिवारों से मिलने के लिए उनके अगले सप्ताहांत में पश्चिम बंगाल और बिहार का दौरा करने की भी उम्मीद जताई जा रही है. 

Featured Video Of The Day
Jharkhand में क्यों नहीं मिला 40 लाख से अधिक लोगों को पेंशन? एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे पक्ष-विपक्ष
Topics mentioned in this article