तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने शुक्रवार को नवनिर्मित डॉ. बी.आर. अम्बेडकर तेलंगाना सचिवालय का निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि नया सचिवालय तेलंगाना राज्य की उपलब्धि के लिए शहीदों के बलिदान का परिणाम है. तेलंगाना सचिवालय अन्य राज्यों के लिए एक रोल मॉडल के रूप में बनाया जाएगा और तेलंगाना राज्य के स्वाभिमान का भी दावा करेगा, जो प्रगति के पथ पर है और देश के लिए एक उदाहरण के रूप में खड़ा है. सीएम केसीआर ने इस दौरान तेलंगाना सचिवालय के निर्माण कार्यों के अंतिम चरण की प्रगति की समीक्षा की.
मुख्यमंत्री ने इस दौरान सचिवालय के मुख्य द्वार से लेकर ऊपरी मंजिल तक निरीक्षण किया और कार्य एजेंसियों व इंजीनियरों को कई सुझाव दिए. उन्होंने मुख्य द्वार की ऊंचाई सहित हाल ही में स्थापित किए गए गुंबदों, धौलपुर पत्थर से निर्मित दीवार की चद्दर का निरीक्षण किया. सचिवालय के उत्तर और दक्षिण भागों में परिसर की दीवारों, रेलिंग, खूबसूरती से डिजाइन किए गए पानी के फव्वारे, लॉन, सीढ़ियों और मुख्य प्रवेश द्वारों का भी गहन निरीक्षण किया. इसके अलावा सीएम ने सचिवालय में वाहनों के पार्किंग स्थल एवं निर्माण कार्य का निरीक्षण किया.
मंत्रीकक्ष के साथ सचिवों और कर्मचारियों के कार्यालयों का निरीक्षण कर सीएम केसीआर ने उनकी गुणवत्ता पर संतोष व्यक्त किया. उन्होंने वाहनों के आवागमन के अनुसार निर्माण किए जाने की स्वीकृति दी. वहीं कर्मचारियों और आगंतुकों को बिना किसी असुविधा के सभी जगहों पर लिफ्ट के निर्माण पर संतोष व्यक्त किया.
अधिकारियों ने सीएम केसीआर को बताया कि तेलंगाना सचिवालय देश में एकमात्र इमारत है, जिसने इतनी बड़ी मात्रा में धौलपुर पत्थर का इस्तेमाल किया है. केसीआर ने कहा कि सचिवालय का नाम डॉ बीआर अंबेडकर के नाम पर रखा गया है और इसका उद्देश्य लोगों को सुशासन प्रदान करना, गरीबों और कमजोर वर्ग का कल्याण करना है. सचिवालय को भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है.