सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने बयान जारी कर सुप्रीम कोर्ट से बिना शर्त माफी मांगी है. उन्होंने कहा कि भारतीय न्यायपालिका के प्रति मेरा सर्वोच्च सम्मान और पूर्ण विश्वास है. मैं समझता हूं कि 29 अगस्त, 2024 की कुछ प्रेस रिपोर्ट में मेरे नाम से की गई टिप्पणियों से यह आभास हुआ है कि मैं माननीय न्यायालय के न्यायिक विवेक पर सवाल उठा रहा हूं. मैं दोहराता हूं कि मैं न्यायिक प्रक्रिया में दृढ़ विश्वास रखता हूं.
रेवंत रेड्डी ने बयान जारी कर कहा, "मैं प्रेस रिपोर्टों में व्यक्त किए गए बयानों के लिए बिना शर्त खेद व्यक्त करता हूं. ऐसी रिपोर्टों में मेरे नाम से की गई टिप्पणियों को संदर्भ से बाहर कर दिया गया है. न्यायपालिका और इसकी स्वतंत्रता के प्रति मेरे मन में बिना शर्त सम्मान और सर्वोच्च आदर है. भारत के संविधान और उसके लोकाचार में दृढ़ विश्वास रखने वाले के रूप में, मैं न्यायपालिका को सर्वोच्च सम्मान देता हूं और देता रहूंगा."
इससे पहले हैदराबाद की एक विशेष अदालत ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक नेता द्वारा दायर मानहानि के मामले में तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी को बृहस्पतिवार को समन जारी कर 25 सितंबर को व्यक्तिगत रूप से पेश होने को कहा है. आरोप लगाया गया है कि रेड्डी ने हालिया लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा के खिलाफ झूठे और निराधार आरोप लगाए.