लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी बयानों की धार ज्यादा तेज होती जा रही है. चुनावी तपिश बढ़ने के साथ ही बिहार में बीजेपी और आरजेडी नेताओं के बीच वार-पलटवार का दौर जारी है. रोहिणी आचार्य की ओर से पिता लालू यादव को किडनी देने के सवाल पर बड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि जिनको मिला वह खुश हैं, वह स्वस्थ हैं. भाजपा को इसकी चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है.
सनातन से जुड़े सवाल पर तेजस्वी यादव ने कहा कि आपको बताने की जरूरत है क्या? हम लोगों को जस्टिफाई नहीं करना है. हम लोग हर किसी का और हर धर्म का सम्मान करते हैं. आप सब लोगों को पता है कि पूजा-पाठ करने के लिए हमारे घर में मंदिर है.
मीडिया को आड़े हाथों लेते हुए तेजस्वी यादव ने उलटे ही उन्हीं पर सवालों की बौछार कर दी. तेजस्वी यादव ने कहा कि आप लोगों ने जितने भी अभी तक सवाल पूछे हैं, उसमें आप ना बेरोजगारी, ना महंगाई, ना बिहार से हो रहे पलायन और ना ही बिहार से गरीबी मिटाने के बारे में बात कर रहे हैं.
तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि बिहार में रोजगार बड़ा मुद्दा है. आप लोग ना निवेश की बात कर रहे हैं, ना बिहार में कारखाने खोलने की बात कर रहे हैं. बिहार में किसानों की आय दोगुनी कैसे हो, इस पर बात होनी चाहिए. आप लोग केवल पीएम मोदी की बात कर रहे हैं, हम लोग तो चाहते हैं कि बिहार की जनता की खुशहाली कैसे हो, उसकी तरक्की कैसे हो, इसके लिए बात होनी चाहिए.
प्रधानमंत्री मोदी के बिहार दौरे को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि वह देश के पीएम हैं. कोई भी नेता हो या देश का कोई नागरिक हो, इस देश में कोई भी, कहीं भी, आ और जा सकता है. प्रधानमंत्री मोदी और बिहार भाजपा के सभी बड़े नेता चुनावी नतीजों को लेकर डरे और सहमे हुए हैं, इसलिए वो लगातार बिहार का चुनावी दौरा कर रहे हैं.