- राघोपुर विधानसभा सीट पर राष्ट्रीय जनता दल के तेजस्वी यादव ने बीजेपी के सतीश कुमार राय को बड़े अंतर से हराया.
- तेजस्वी यादव को 11 लाख से अधिक वोट मिले और उन्होंने लगभग तेरह हजार वोटों से जीत दर्ज की है.
- राघोपुर क्षेत्र यादव परिवार का गढ़ माना जाता है जहां लालू प्रसाद और राबड़ी देवी ने कई बार जीत हासिल की है.
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के तेजस्वी यादव आखिरकार राघोपुर सीट जीत गए हैं. तेजस्वी ने अपने प्रतिद्वंदी और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सतीश कुमार राय को बड़े अंतर से हरा दिया है. हालांकि जब तक रूझान आ रहे थे तब तक कभी तेजस्वी आगे होते तो कभी सतीश कुमार राय आगे होते. आखिर में बाजी तेजस्वी ने मारी और विजेता बनकर सामने आए. चुनाव आयोग की वेबसाइट के अनुसार तेजस्वी को 11 लाख से ज्यादा वोट मिले और उन्होंने 13 हजार से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की. जबकि बीजेपी के सतीश कुमार को 102587 वोट हासिल हुए.
यादव फैमिली का गढ़ राघोपुर
तेजस्वी जो महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार थे, उन्हें उनके पारिवारिक गढ़ राघोपुर में बीजेपी के सतीश कुमार ने कड़ी टक्कर दी. शाम करीब 4 बजे 20 राउंड की काउंटिंग के बाद तेजस्वी 3,500 से ज्यादा वोटों से आगे थे लेकिन उन्होंने 11 हजार से ज्यादा वोट्स से जीत दर्ज की. भाजपा नेता करीब 18वें राउंड की मतगणना तक बढ़त बनाए हुए थे. एक समय तो यह अंतर 9,000 से ज्यादा वोटों का हो गया था.
यादव बहुल राघोपुर निर्वाचन क्षेत्र राजद के प्रथम परिवार का गढ़ रहा है. यहां तेजस्वी के पिता लालू प्रसाद दो बार (1995 और 2000) जीत चुके हैं. तेजस्वी की मां राबड़ी देवी ने भी यहां पर तीन बार जीत दर्ज की है. वह पहली बार साल 2000 के उपचुनाव में जीतीं और फिर दूसरी बार 2005 के चुनावों में उन्होंने जीत दर्ज की.
कई बार टक्कर दे चुके हैं सतीश कुमार
यह सीट करीब दो दशकों तक परिवार के पास ही रही है लेकिन साल 2010 में नतीजे बदल गए. उस समय भी विधानसभा चुनावों में सतीश कुमार ने राबड़ी को कड़ी टक्कर दी थी. तब वह जनता दल (यूनाइटेड) के टिकट पर चुनाव लड़ रहे थे. उस समय उन्होंने राबड़ी को 13,000 से ज्यादा वोटों से हराया था.
साल 2015 में यह सीट राजद के पास वापस आ गई, जब तेजस्वी ने बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे सतीश कुमार को 22,700 से ज्यादा वोट्स से हराया और डिप्टी सीएम बने. साल 2020 में, तेजस्वी ने उसी प्रतिद्वंद्वी को 38,000 से ज़्यादा वोटों से हराकर यह सीट बरकरार रखी.













