बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने बिहार और केंद्र सरकार पर किसानों के प्रति असंवेदनशील होने का आरोप लगाया है. तेजस्वी ने कहा कि उन्होंने बिहार विधानसभा में सत्र के दौरान आंदोलन में मारे गए किसानों के प्रति दो मिनट का मौन रखने का प्रस्ताव दिया. सर्वदलीय बैठक में भी उन्होंने ऐसा ही प्रस्ताव सामने रखा था, लेकिन इसकी अनदेखी कर दी गई.
तेजस्वी का कहना है कि वह इस बात से बेहद आहत हैं कि ने शोक संवेदना व्यक्त करने का यह प्रस्ताव रखने की बात स्वीकार नहीं की गई.किसान विरोधी एनडीए सरकार के पास शोक संदेश पढ़कर दो मिनट का मौन रखने का समय भी नहीं है.
तेजस्वी ने जब सदन में शोक प्रकट करने का प्रस्ताव रखने की अनुमति चाही, उसी वक्त सभापति ने सदन को 22 फरवरी सुबह 11 बजे तक स्थगित करने की घोषणा कर दी.
गौरतलब है कि किसान कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग करते हुए दिल्ली की सीमाओं पर पिछले 86 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. इस दौरान कई किसानों की मौत भी हुई है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी मारे गए किसानों के प्रति शोक संवेदना प्रकट करते हुए लोकसभा में दो मिनट का मौन रखने का प्रस्ताव दिया था.