बिहार की राजनीति तेजी से बदल रही है. नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने रविवार को महगठबंधन से अपने आप को अलग कर लिया और वो एक बार फिर एनडीए में शामिल हो रहे हैं. नीतीश कुमार के महागठबंधन छोड़ने के बाद RJD नेता तेजस्वी यादव का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि "...मैं एक बात स्पष्ट रूप से कह दूं अभी खेल शुरु हुआ है, अभी खेल बाकी है... मैं जो कहता हूं वह करता हूं. आप लिखकर ले लीजिए JDU पार्टी 2024 में ही खत्म हो जाएगी..." गौरतलब है कि साल 2022 में नीतीश कुमार एनडीए गठबंधन से अलग हो गए थे और उन्होंने राजद, कांग्रेस और वामदलों के साथ मिलकर सरकार बनाया था. अब एक बार फिर उनकी पार्टी एनडीए में शामिल हो गयी है.
नीतीश कुमार को बीजेपी ने दिया समर्थन
बिहार में भाजपा के प्रभारी विनोद तावड़े ने जनता दल (यूनाइटेड) अध्यक्ष नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद कहा, "आज हुई विधायक दल की बैठक में भाजपा विधायकों ने जद(यू) के समर्थन से राज्य में राजग सरकार बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी. भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सम्राट चौधरी को विधायक दल का नेता और विजय सिन्हा को उपनेता चुना गया."
तेजस्वी यादव के दावों के पीछे क्या है कारण?
राजद नेता तेजस्वी यादव ने जो दावे किए हैं उसके पीछे जानकारों का मानना है कि बिहार की राजनीति में नीतीश कुमार की पार्टी का जनाधार हाल के दिनों में तेजी से कम हुआ है. पिछले विधानसभा चुनाव में जदयू 2000 के चुनाव के बाद पहली बार तीसरी नंबर की पार्टी बन गयी है. अभी जदयू के पास महज 45 विधायक हैं.
बिहार विधानसभा में सीटों का गणित
- राजद- 79 विधायक
- बीजेपी- 78 विधायक
- जद(यू)-45
- कांग्रेस - 19
- सीपीआई (एम-एल) - 12
- हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) - 4
- सीपीआई-2
- सीपीआई (एम) - 2
- एआईएमआईएम - 1
- निर्दलीय विधायक- 1
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