तेज प्रताप बोले- मेरे सपने में आए मुलायम सिंह, इसलिए साइकिल पर आया हूं ऑफिस

तेज प्रताप यादव साइकिल चलाकर सचिवालय पहुंचे. जब उनसे पूछा गया कि वह साइकिल पर सविवालय क्‍यों पहुंचे हैं, तो उन्‍होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के दिवंगत संरक्षक मुलायम सिंह यादव को उन्होंने सपने में देखा...!

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पटना:

लालू प्रसाद के बड़े बेटे और बिहार सरकार में मंत्री तेज प्रताप यादव कब क्‍या कर जाएं, कुछ कहा नहीं जा सकता है. अब तेज प्रताप ने साइकिल से ऑफिस पहुंचने से पहले अपने सपने का जिक्र कर सभी को हैरान कर दिया. तेज प्रताप ने कहा कि दिवंगत मुलायम सिंह यादव उनके सपने में आए और उनके साथ साइकिल चलाई. 

तेज प्रताप यादव साइकिल चलाकर सचिवालय पहुंचे. जब उनसे पूछा गया कि वह साइकिल पर सविवालय क्‍यों पहुंचे हैं, तो उन्‍होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के दिवंगत संरक्षक मुलायम सिंह यादव को उन्होंने सपने में देखा था और उनसे पर्यावरण को बचाने के लिए साइकिल चलाने की प्रेरणा ली.

तेज प्रताप यादव ने कहा, "आज दिनांक 22.2.2023 को सुबह मैंने स्वप्न मे स्वर्गीय मुलायम सिंह जी को देखा. उन्होंने मुझे गले लगा कर स्नेहिल आशीर्वाद दिया.. मेरी कोशिश रहेगी कि मैं उनके दिखाए रास्ते पर आजीवन चलूं...आज मैं अपने मंत्रालय अरण्य भवन साइकिल से जा रहा हूं." 
ऑफिस पहुंचने के बाद तेज प्रताप यादव ने फिर एक ट्वीट किया- "आज दिनांक 22/02/2023 मैं अपने आवास 10 सर्कुलर रोड से साइकिल चला कर अरण्य भवन(मंत्रालय) गया. साइकिल चलाइए पर्यावरण बचाइए.

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तेज प्रताप का पूरा सपना...
आज दिनांक 22-2-2023 को जब मैं सुबह सो रहा था तो मैंने एक स्वप्न देखा जिसमें मैंने पिता तुल्य स्वर्गीय मुलायम सिंह जी को देखा...... मैं वृंदावन के तरफ जा रहा था, मुझे रास्ते में सैफई गांव मिला तो मैं वहां चला गया, वहां मैंने एक अदभुत नजारा देखा जिससे मेरे आंखों में खुशी के आंसू आ गए, मैंने देखा नेता जी कुछ लोगो के साथ बैठे हुए थे, नेता जी मुझे देख कर चौंक गए और बोले अरे आप यहां कैसे, जिसके बाद मैंने उनके पैर छू उन्हें प्रणाम किया और कहा कि मैं वृंदावन जा रहा हूं तो सोचा आपके गाँव होता चलूँ....उसके बाद नेता जी बोले चलो आज सैफई घुमाता हूं,
तो मैंने नेता जी को कहा कि आज सैफई साइकिल से घूमा जाए तो नेता जी ने साइकिल मंगवाई और सभी को बोला की आज तेज प्रताप जी के साथ गांव साइकिल से घूमने चलेंगे. फिर नेता जी और मैं दोनों साइकिल से चल दिये गांव की सैर पर, गांव से कुछ दूर तक मैं गया तो एक पुल था टूटा-फूटा जहाँ एक औरत मिली उसने पूछा नेता जी कहां जा रहे है, तो नेता जी बोले मैं एक शादी समारोह में शामिल होने जा रहा हूं फिर उसने पूछा ये कौन है आपके साथ, तो नेता जी बोले ये तेज प्रताप जी हैं बिहार से आए है. फिर नेता जी शादी समारोह में शामिल हुए,नेता जी के साथ मुझे देख कर वहां मौजूद सभी लोग चौंक गये. फिर नेता जी मेरे कमरे में आये जहां मैं बैठा था और फिर वो भी बैठे हमने बहुत सारी बातें कीं, उसके बाद नेता जी ने मुझे एक घड़ी भेंट किया, वो घड़ी के दीवाने थे. फिर मैंने नेता जी की घड़ी ली और घड़ी लेने के बाद मैं उनके कदमों में गिर गया और बहुत भावुक हो गया. उसके बाद नेता जी को पकड़ के मैं रोने लगा. नेता जी ने भी मुझे पकड़ा और बोले की तुमको बहुत ऊंचाई तक जाना है, रोते समय मैंने नेता जी को बोला कि नेता जी आप हम सभी को अकेला छोड़ क्यों चले गए, तो उन्होंने कहा कि मैं गया कहां हूं. मैं तुम्ही लोगों के बीच में ही हूं. उसके बाद मेरी नींद खुल गई. आज मैंने जो स्वप्न देखा वो मेरे लिए नेता जी के तरफ से आशीर्वाद था जिससे मुझे काफी हिम्मत मिली है. मेरी पूरी कोशिश रहेगी की उनके दिखाए रास्ते पर चलूं और जनता कि दिल से सेवा करूं. आज मैं नेता जी के याद में अपने मंत्रालय अरण्य भवन साइकिल से जा रहा हूं.

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वैसे बता दें कि मंत्री तेज प्रताप यादव अपने विभाग के काम को लेकर काफी सक्रिय रहते हैं. अब उन्‍होंने पर्यावरण को लेकर सतर्क रहने की सीख ले ली है. 

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