रतलाम के कॉलेज ग्राउंड में एक बच्चे की दौड़ते हुए अचानक तबियत बिगड़ गई और उसके बाद अस्पताल में उसकी मौत हो गई. 16 वर्षीय बच्चे की अचानक ही तबियत बिगड़ने के बाद मौत हो गई. परिजनों के मुताबिक, आशुतोष सुबह 6 बजे के आसपास अपने दोस्तों के साथ कॉलेज ग्राउंड में दौड़ने के लिए गया था. कुछ देर बाद ही अस्पताल से उसके दोस्त का फोन आया और परिजन अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने लड़के को मृत घोषित कर दिया.
जानकारी के मुताबिक, आशुतोष कॉलेज ग्राउंड पर दौड़ रहा था और अचानक ही वह चक्कर खाकर बेहोश हो गया. इसके बाद वहां मौजूद उसके दोस्त और कुछ अन्य लोग उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
लड़के का था आर्मी में जाने का सपना
परिजनों के अनुसार आशुतोष का सपना आर्मी में जाने का था. वह ग्यारहवीं कक्षा का छात्र था. पिछले कुछ दिनों से वह दोस्तों के साथ कॉलेज ग्राउंड पर रनिंग के लिए जा रहा था. आशुतोष घर पर भी कसरत करता था. परिजनों के अनुसार उसे किसी तरह की कोई बीमारी नहीं थी. सोमवार रात भी उसने टीवी देखी और सुबह उसके दोस्त के साथ एकदम फिट स्थिति में दौड़ने के लिए गया था. अचानक हुए इस हादसे से आशुतोष के परिजन भी स्तब्ध हैं. उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि यह कैसे हो गया. परिजनों का मन मानने को तैयार नहीं है कि इतनी कम उम्र में आशुतोष को साइलेंट अटैक कैसे आ सकता है. परिजनो के अनुसार परिवार में भी किसी की इस तरह की हिस्ट्री नहीं है.
लगातार बढ़ रहे बच्चों में साइलेंट अटैक के मामले
जिले में भी कम उम्र में अचानक मौत के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. 29 जनवरी को जिले के ताल क्षेत्र के खारवाकला के 13 वर्षीय बच्चे मंगल डांगी की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी. इसके पूर्व 29 जनवरी को रतलाम से मंदसौर जा रही बस के चालक जफर मेव की भी अचानक अटैक से मौत हो गई थी. अचानक चलती बस में तबीयत बिगड़ने पर जफर ने बस को साइड में लगा दिया था और वह बेहोश हो गया. इसके बाद कुछ लोग उसे अस्पताल ले गए थे जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया.