NDTV राजस्थान (NDTV Rajasthan) चैनल लॉन्च के मौके पर खास बातचीत में सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार ने कहा कि गुरु की महत्ता कभी कम नहीं हो सकती. अनुभव गुरु ही दे सकते हैं. गुरु ही सही रास्ता दिखा सकते हैं. गूगल के आने से गुरु की महत्ता कम नहीं हो सकती. गूगल पर सब तरह की सामग्री मिलती है, लेकिन गुरु ही सही और गलत का निर्णय लेना सिखाते हैं.
किसी एक परीक्षा में पूरी प्रतिभा को मांपने की क्षमता नहीं : आनंद कुमार
कोटा में छात्रों की सुसाइड की घटनाएं और स्टूडेंट्स पर अनावश्यक दबाव पर उन्होंने कहा कि नंबरों की रेस और परीक्षाओं पर कहा कि किसी एक परीक्षा में पूरी प्रतिभा को मांपने की क्षमता नहीं, कम नंबर आने पर बच्चों को परेशान नहीं होना चाहिए.
नई शिक्षा नीति से हमें उम्मीदें : आनंद कुमार
उन्होंने आगे कहा कि बच्चों की पहचान आजकल नंबरों से हैं. नबंर को लेकर बच्चा दबाव में आ जाता है... बच्चे की क्रिएटिविटी खत्म हो जाती है. बच्चे की क्रिएटिविटी पर ध्यान देना चाहिए. टीचिंग भी एक पैशन है, दिल से पढ़ाएंगे तो प्रेशर नहीं होगा. नई शिक्षा नीति से हमें उम्मीदे हैं.
आजकल बच्चे डेटा बन गए हैं : आनंद कुमार
आनंद कुमार ने आगे कहा कि आजकल कल्चर बदल रहा है. बच्चे डेटा बन गए हैं. पहले टीचर की चर्चा होती थी अब कोचिंग के नतीजों की चर्चा होती है. धंधा चलाने के चक्कर में बच्चों पर प्रेशर दिया जा रहा है.
"जिनके पास कुछ नहीं, मैंन उन्हें पढ़ाया, किसी से पैसा नहीं मांगा"
आनंद कुमार ने आगे कहा कि जिनके पास कुछ नहीं, उनको पढ़ाया. आज तक किसी से एक पैसा नहीं मांगा. ऐसे बच्चों को पढ़ाया जो गरीब परिवारों से आते हैं. आज वही बच्चे देश विदेश में नाम कमा रहे हैं.
मॉडल को अपना रहे हैं लोग : डॉ. सारण
फिफ्टी विलेजर्स सेवा संस्थान बाड़मेर के संस्थापक डॉ. भरत सारण ने कहा कि फिफ्टी विलेजर्स ऐसी संस्था है जो बाड़मेर के रेगिस्तान में अभावग्रस्त बच्चों को एक जगह लेकर आती है. उन्होंने कहा कि यह एक सेल्फ स्टडी मॉडल है. उन्होंने बताया कि और भी लोग उनके इस मॉडल को अपना रहे हैं.
बच्चों में आध्यात्मिकता होनी चाहिए : बीके सुषमा
आध्यात्मिक गुरु राजयोगिनी बीके सुषमा ने कहा कि बच्चों को मोटिवेशन चाहिए, उत्साह चाहिए, लेकिन बच्चों को प्रेशर नहीं चाहिए. उन्होंने कहा कि हमारे ईश्वरीय विश्वविद्यालय में आध्यात्मिकता की शिक्षा दी जाती है, जिससे आपके अंदर एक एनर्जी आए. उन्होंने कहा कि आध्यात्मिकता हमें सही निर्णय लेने के लिए तैयार करती है. उन्होंने कोटा में बच्चों के आत्महत्या के मामलों को लेकर कहा कि बच्चों में प्रेशर को झेलने के लिए आध्यात्मिकता होनी चाहिए.