रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को पत्र लिखा है. पत्र में कहा गया है कि कि गणतंत्र दिवस परेड के लिए झांकियों के चयन का निर्णय विस्तृत गाइडलाइंस के आधार पर लिया गया है और इस भव्य आयोजन के लिए उनकी भागीदारी का आग्रह किया. दोनों राज्यों के झांकी प्रस्ताव के खारिज होने के बाद मचे सियासी विवाद के बाद यह पत्र लिखा गया है. जहां बंगाल की एंट्री में स्वतंत्रता आंदोलन में नेताजी सुभाष चंद्र बोस और इंडियन नेशनल आर्मी के योगदान को प्रदर्शित किया गया था, वहीं तमिलनाडु की झांकी वीओ चिदंबरनार जैसे स्वाधीनता सेनानी पर केंद्रित थी.
गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस परेड के लिए कुछ राज्यों की झांकियों को मंजूरी नहीं मिलने पर शुरू हआ विवाद सोमवार को उस समय और तेज हो गया था जब श्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बाद तमिलनाडु में उनके सकमकक्ष एम के स्टालिन ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की थी. केरल सहित गैर भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों के कुछ नेताओं ने आरोप लगाया कि यह केंद्र द्वारा 'अपमान' है. कुछ राज्यों की झांकियों का चयन नहीं होने पर उन राज्यों द्वारा की जा रही आलोचनाओं को खारिज करते हुए केंद्र सरकार के सूत्रों ने कहा कि यह गलत परंपरा है और झांकियों का चयन केंद्र सरकार नहीं, बल्कि एक विशेषज्ञ समिति करती है.