- योगी सरकार ने 17 नगर निगम क्षेत्रों में बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों के खिलाफ टॉर्च ऑपरेशन चलाया है.
- इस साल उत्तर प्रदेश में करीब छह हजार बांग्लादेशी घुसपैठियों को पकड़कर डिटेंशन सेंटर में भेजा गया.
- असम में पुलिस, बीएसएफ और अन्य एजेंसियों ने कड़ी कार्रवाई करते हुए 19 घुसपैठियों को बांग्लादेश भेजा है.
उत्तर प्रदेश, दिल्ली और असम में बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जा रहा है. यूपी की योगी सरकार बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों पर सख्त है. इसीलिए राज्य के 17 शहरों में घुसपैठियों के खिलाफ टॉर्च ऑपरेशन चल रहा है. पुलिस के साथ ATS भी घुसपैठियों की धरपकड़ में लगी है. बता दें कि इस साल करीब 6 हज़ार बांग्लादेशी घुसपैठिए पकड़े गए हैं. गोरखपुर समेत 17 नगर निगम में डिटेंशन सेंटर भी बन रहा है.
ये भी पढ़ें- जलते बांग्लादेश पर रो रहा शेख हसीना का दिल, अल्पसंख्यक हिंदुओं को लेकर दे डाला बड़ा बयान
हिमंता के आदेश के बाद घुसपैठियों पर एक्शन
असम की हिमंता सरकार भी घुसपैठियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है. हिमंता ने कहा है कि अगर 10% घुसपैठिये बढ़े तो असम बांग्लादेश बन जाएगा. उन्होंने पुलिस के साथ BSF और दूसरी एजेंसियों को भी कड़े एक्शन लेने को कहा था. जिसके बाद असम से हाल ही में 19 घुसपैठियों को बंग्लादेश भेजा गया है. बांग्लादेश बॉर्डर से असम आते 9 लोगों को भी पकड़ा गया है.
भारत में बांग्लादेशी महिला का बनाया फर्जी आधार
धुबरी से भी एक बांग्लादेशी महिला पकड़ी गई. पूछताछ में खुलासा हुआ कि दलालों ने महिला से 95 हज़ार रुपये लिए और सिलहट के पहाड़ी रास्तों से खराब मौसम में उसकी भारत में एंट्री कराई. इसके बाद फर्जी तरीके से महिला का हिंदू नाम से आधार कार्ड बनाया. 2 महीने से नकली पहचान के साथ ये बांग्लादेशी महिला भारत में रह रही थी. अब हिमंता सरकार ने कानूनी तरीके से उसे भी डिपोर्ट करने को कहा है.
दिल्ली से वापस भेजे गए 2200 बांग्लादेशी
घुसपैठियों पर नकेल कसने के मामले में दिल्ली भी पीछे नहीं है. इस साल दिल्ली से सबसे ज्यादा बांग्लादेशी डिपोर्ट किए. 2025 में दिल्ली से 2200 बांग्लादेशी वापस भेजे गए. वहीं 2024 में 14 और 2023 में 5 बंग्लादेशी डिपोर्ट हुए थे. जबकि 2022 में 50 बांग्लादेशी डिपोर्ट किए गए थे. गृह मंत्रालय के आदेश पर दिल्ली में यह एक्शन लिया जा रहा है और अवैध घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें वापस भेजा जा रहा है.













