- उत्तराखंड पुलिस ने स्वामी यशवीर महाराज को हरिद्वार में प्रवेश से रोक दिया है.
- उन्हें उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड सीमा पर नारसन चेकपोस्ट पर रोका गया.
- स्वामी ने कांवड़ यात्रा के दौरान पहचान अभियान चलाने की घोषणा की है.
- उत्तराखंड पुलिस ने सुरक्षा और यात्रा को सुचारु रखने के लिए यह कदम उठाया.
कांवड़ यात्रा के दौरान 'पहचान अभियान' चलाने की घोषणा करने वाले स्वामी यशवीर महाराज को उत्तराखंड पुलिस ने हरिद्वार में प्रवेश करने से रोक दिया है. उन्हें उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड सीमा पर नारसन चेकपोस्ट पर ही रोक दिया गया, जिससे उनके समर्थकों और पुलिस के बीच गहमागहमी का माहौल बन गया.
स्वामी यशवीर महाराज ने घोषणा की थी कि वे कांवड़ यात्रा को लेकर उत्तराखंड में भी होटलों और ढाबों पर पहचान अभियान चलाएंगे. उनका ये अभियान उत्तर प्रदेश के कई जिलों में पहले से ही चल रहा है, जहां वे कांवड़ियों की पहचान सुनिश्चित करने की बात करते रहे हैं. हरिद्वार में भी इसी तरह के अभियान की शुरुआत करने का उन्होंने ऐलान किया था.
पहचान अभियान की अनुमति नहीं
उत्तराखंड पुलिस का कहना है कि सुरक्षा व्यवस्था और कांवड़ यात्रा की सुचारुता बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया गया है. उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा को लेकर पहले से ही कड़े नियम और सुरक्षा प्रोटोकॉल लागू हैं, जिसमें किसी भी प्रकार के निजी पहचान अभियान की अनुमति नहीं है. नारसन चेकपोस्ट पर स्वामी यशवीर महाराज को उनके समर्थकों के साथ रोका गया है.
फिलहाल, स्वामी यशवीर महाराज और उनके समर्थक नारसन चेकपोस्ट पर ही मौजूद हैं, जहां भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात है. बता दें कि कांवड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा और पहचान अभियान जैसे संवेदनशील मुद्दों पर एक बार फिर बहस छिड़ गई है. इस मुद्दे पर पक्ष और विपक्ष में कई नेताओं की प्रतिक्रियाएं भी सामने आई हैं.