जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गुरुवार को कहा कि जी20 देशों के पर्यटन कार्यकारी समूह की तीसरी बैठक का सफलतापूर्वक आयोजन उन लोगों के लिए सबक है जिन्होंने अक्सर प्रदेश में अशांति पैदा करने की कोशिश की है. सिन्हा ने यहां एसकेआईसीसी में एक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र द्वारा 2019 में अनुच्छेद 370 निरस्त किए जाने के बाद से ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बदलाव की शुरुआत के कारण ही इतनी बड़ी संख्या में लोग भाग ले सकें.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं विवरण पर बात नहीं करना चाहता लेकिन जम्मू कश्मीर में विभिन्न क्षेत्रों में हासिल उपलब्धियों ने लोगों का प्रशासन तथा मौजूदा प्रधानमंत्री में भरोसा बढ़ा दिया है.''
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर बहुत आगे निकल चुका है और दक्षिण कश्मीर में शोपियां या पुलवामा जिलों जैसे स्थानों पर 10,000 से अधिक युवाओं ने तिरंगा यात्रा में भाग लिया.
सिन्हा ने कहा, ‘‘इन युवाओं ने अपने हाथों में तिरंगा लेकर ‘भारत माता की जय' के नारे लगाए. यह पिछले तीन साल में जम्मू कश्मीर में आया बदलाव है. हमने जम्मू कश्मीर के लिए प्रधानमंत्री द्वारा तय किए लक्ष्य की ओर काम करने का संकल्प लिया है. निस्संदेह जम्मू कश्मीर न केवल भारत के साथ एकजुट होगा बल्कि उसका विकसित भारत की ओर भी एक महत्वपूर्ण योगदान होगा.''
सिन्हा यहां विश्व दुग्ध दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे. केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी उद्योग मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने इस कार्यक्रम की अध्यक्षता की.
उपराज्यपाल ने कहा कि जम्मू कश्मीर प्रशासन पशुधन और डेयरी क्षेत्र में बदलाव तथा किसानों की आय में सुधार लाने के लिए अन्य राज्यों और देशों के साथ भी अपने संबंध मजबूत कर रहा है.