Assam Assembly Elections 2021: ऐसे समय जब देश में कोरोना के नए मामलों में तेजी से इजाफा (Increase in corona case) हो रहा है. असम के वरिष्ठ मंत्री और बीजेपी नेता हिमांता बिस्व सरमा (Himanta Biswa Sarma) का मास्क (Mask) को लेकर अटपटा बयान चर्चा का विषय बना हुआ है. विधानसभा चुनाव के दौर से गुजर रहे असम में एक इंटरव्यू के दौरान हिमांता बिस्व सरमा ने कहा कि असम को लोगों को अब मास्क लगाने की जरूरत नहीं है और असम में कोरोना वायरस अब नहीं है. वे यही नहीं रुके, उन्होंने कहा कि लोग मास्क पहनकर कोरोना को लेकर डर को और बढ़ाने का काम कर रहे हैं. ऐसे समय जब प्रधानमंत्री सहित तमाम चिकित्सा विशेषज्ञ मास्क को ही कोरोना से बचाव का सबसे बेहतर उपाय मान रहे हैं, बिस्ब सरमा के इस बयान की स्वाभाविक रूप से आलोचना होनी थी. विपक्षी नेताओं ने उनके इस कमेंट की जमकर आलोचना की. असम के मंत्रीजी और मौजूदा विधानसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार बिस्व सरमा ने हर तरफ से निशाने पर आने के बाद इस बयान को लेकर सफाई पेश की लेकिन यह आसानी से गले नहीं उतरी.
कोरोना फैलने से रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग से ज्यादा कारगर मास्क और वेंटिलेशन : अध्ययन
हिमांता बिस्व सरमा ने सफाई देते हुए ट्वीट किया, 'जो भी लोग मास्क को लेकर मेरे बयान का मजाक उड़ा रहे हैं उन्हें असम आकर देखना चाहिए कि हमने दूसरे राज्यों की तुलना में कोरोना को किस तरह से काबू में किया जा हुआ है. हम इस साल धूमधाम से बीहू मनाएंगे.' मास्क संवेदनशील विषय को लेकर राजनेताओं के इस तरह से बयान वाकई नुकसानदेह साबित होते हैं.
हिमांता बिस्व सरमा से पहले मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh)के वरिष्ठ मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) भी पिछले साल सितंबर में मास्क को लेकर बेतुका बयान देकर हंसी के पात्र बने थे और बाद में उन्हें इसके लिए माफी मांगनी पड़ी थी. दरअसल सितंबर 2020 में एक कार्यक्रम के दौरान मध्य प्रदेश के गृह मंत्री मिश्रा ने कहा था, 'मैं मास्क नहीं पहनता हूं.' उन्होंने एक सवाल का जवाब देते हुए यह बात कही थी. जाहिर है ऐसे बयान पर आलोचना तो होनी ही थी. चहुंओर आलोचना के बाद नरोत्तम मिश्रा को यूटर्न लेना पड़ा था. रात में भोपाल लौटते हुए उन्होंने सफाई दी थी और कहा था, 'मुझे सांस की बीमारी है ज्यादादेर तक मास्क पहनना हूं तो मुझे 'सफोकेशन' होने लगता है.'
बाद में उन्होंने अपने बयान के लिए माफी मांगी थी. नरोत्तम मिश्रा ने ट्वीट के जरिये अपने बयान पर खेद जताया था. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा था, 'मास्क पहनने के बारे में मेंरे बयान से कानून की अवहेलना महसूस हुई है. यह बयान माननीय प्रधानमंत्री जी की भावना के अनुरूप नहीं था. मैं अपनी गलती मानते हुए खेद प्रकट करता हूं. मैं खुद भी मास्क पहनूंगा, साथ ही समाज के लोगों से भी अपील करूंगा कि वे मास्क पहनें.'