आदिल के पास से AK-47 मिलने के बाद दूसरे डॉक्टर्स पर कसा शिकंजा, श्रीनगर पुलिस ने ली लॉकर्स की तलाशी

Delhi Blast Case: स्वास्थ्य सुविधाओं में डॉक्टरों और कर्मचारियों की तरफ से इस्तेमाल किए जाने वाले लॉकरों की चेकिंग का मकसद अवैध या खतरनाक सामग्री को छिपाने के लिए लॉकरों के दुरुपयोग को रोकना और मेडिकल संस्थानों के अंदर की सुरक्षा को और मजबूत करना है. पढ़ें दीप दत्ता की रिपोर्ट.

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श्रीनगर में डॉक्टरों के लॉकर का तलाशी अभियान.
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  • दिल्ली बम ब्लास्ट मामले में कई डॉक्टरों के नाम जांच में सामने आने के बाद श्रीनगर पुलिस एक्शन में है.
  • श्रीनगर पुलिस ने डॉक्टरों के लॉकरों की जांच तेज कर दी है, ताकि दुरुपयोग को रोका जा सके.
  • डॉ. अदिल के लॉकर से एके-47 राइफल मिलने के बाद अन्य डॉक्टरों के लॉकर भी चेक किए जा रहे हैं.
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श्रीनगर:

दिल्ली बम ब्लास्ट मामले में डॉक्टर्स के खिलाफ पुलिस का एक्शन जारी है. मामले में फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी समेत देश के अन्य हिस्सों के डॉक्टर्स के नाम सामने आने के बाद पुलिस और जांच एजेंसियों का शिकंजा और तेज हो गया है. श्रीनगर पुलिस ने मेडिकल इंस्टीट्यूट्स में डॉक्टरों के लॉकरों की जांच तेज कर दी है. ये कार्रवाई लॉकरों के दुरुपयोग को रोकने के लिए शुरू की गई है.

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अदिल के लॉकर से एके-47 मिलने के बाद डॉक्टर्स पर शिकंजा

श्रीनगर पुलिस ने ये कार्रवाई डॉ. अदिल के लॉकर से एके-47 राइफल बरामद होने के बाद शुरू की है. अब अन्य डॉक्टर्स के लॉकर भी चेक किए जा रहे हैं. श्रीनगर पुलिस ने ये कार्रवाई स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सा अधिकारियों के साथ मिल कर ज़िला और निजी अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में की है. इसका मकसद शहर के स्वास्थ्य संस्थानों और सुरक्षा प्रोटोकॉल में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करना है.

श्रीनगर पुलिस ने की डॉक्टर्स के लॉकरों की जांच

पुलिस ने स्वास्थ्य सुविधाओं में डॉक्टरों और कर्मचारियों की तरफ से इस्तेमाल किए जाने वाले लॉकरों की चेकिंग की. इस चेकिंग का मकसद अवैध या खतरनाक सामग्री को छिपाने के लिए लॉकरों के दुरुपयोग को रोकना और मेडिकल संस्थानों के अंदर की सुरक्षा को और मजबूत करना है.

तलाशी का मकसद अस्पतालों में सुरक्षा सुनिश्चित करना 

जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सभी रैक और लॉकरों की अच्छे तरीके से जांच की. उन्होंने एक बार फिर याद दिलाया कि लॉकरों का इस्तेमाल सिर्फ आधिकारिक जरूरतों के लिए ही किया जाना चाहिए. अथॉरिटीज ने दोहराया कि अस्पतालों का माहौल सुरक्षित बनाए रखने के लिए नियमित निगरानी के तहत इस तरह की चेकिंग नियमित रूप से की जाएगी. इसके साथ ही श्रनगर पुलिस ने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और राष्ट्र की सुरक्षा बनाए रखने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को एक बार फिर से दोहराया.

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