उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं समाजवादी पार्टी (सपा) के संरक्षक मुलायम सिंह यादव का निधन हो गया है. उनकी आयु 82 वर्ष की थी. आज सुबह 8 से 8:30 बजे के बीच उन्होंने अंतिम सांस ली. उनकी पार्थिव देह पैतृक गांव सैफई पहुंचे गई है. इससे पहले समाजवादी पार्टी ने अखिलेश यादव की ओर से लिखा, मेरे आदरणीय पिता जी और सबके नेता जी नहीं रहे.उनके पार्थिव शरीर को सैफ़ई ले जाया जाएगा और कल दोपहर तीन बजे यहां पर अंतिम संस्कार होगा. समाजवादी पार्टी की ओर से ट्वीट कर इसकी जानकारी दी गई.
दरअसल 22 अगस्त को तबीयत खराब होने के बाद मुलायम सिंह यादव को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती किया गया था. उन्हें चेस्ट इंफेक्शन, यूरिन इंफेक्शन और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत थी. 2 अक्टूबर की रात को उनको ICU में शिफ्ट किया गया था. मेदांता के एक डॉक्टरों का पैनल मुलायम सिंह यादव का इलाज कर रहा था. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री के निधन पर समाजवादी पार्टी में शोक की लहर है.
मुलायम सिंह यादव 1989 में पहली बार यूपी के मुख्यमंत्री भी बने थे. लेकिन 1991 में जनता दल टूटा गया. हालांकि 1993 में उन्होंने फिर यूपी में सरकार बनाई ये सरकार भी मायावती के साथ टकराव के बीच कार्यकाल पूरा नहीं कर सकी. तीसरी बार वो 2003 में मुख्यमंत्री बने और 2007 तक इस पद पर बनें रहे.
बता दें नेताजी के नाम से विख्यात उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी की स्थापना की थी. वो वर्तमान में लोकसभा में मैनपुरी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. इससे पहले समाजवादी पार्टी के मुखिया की पत्नी साधना गुप्ता का इसी साल जुलाई में निधन हो गया था. साधना गुप्ता मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी थीं. उनकी पहली पत्नी मालती देवी का 2003 में निधन हो गया था. मालती देवी अखिलेश यादव की मां थीं.
संघर्षों से भरा रहा मुलायम सिंह यादव का सफर, मगर फिर भी नहीं मानी हार